लखनऊ: गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लखनऊ में सीएए जनजागरण को लेकर जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान युवाओं को जिगर का टुकड़ा बताते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीएए को लेकर जनजागरण अभी कर रहे हैं. इस अभियान के तहत हमें जनता के बीच जाना पड़ रहा है. देश को तोड़ने वालों की सच्चाई बताने के लिए हम जनजागरण अभियान चला रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ कांग्रेस, ममता, अखिलेश सब कौं-कौं कर रहे हैं. इसके खिलाफ प्रचार किया जा रहा है कि देश में अल्पसंख्यक की नागरिकता चली जाएगी. उन्होंने कहा कि ममता दीदी, राहुल बाबा मंच ढूंढ लो हमारे स्वतंत्र देव चर्चा करने के लिए तैयार हैं. इससे किसी की नागरिकता नहीं जाएगी. भारत के विभाजन के बाद बहुत से लोगों पर अत्याचार हुआ है. हमनें उनके दर्द को सुना है, उसी दर्द को दूर करने के लिए सीएए लाया गया है.
ये भी पढ़ें- लखनऊ: पूर्वी पाकिस्तानी शरणार्थी अमित शाह का जताएंगे आभार, नागरिकता मिलने की जगी उम्मीद
सीएए नहीं होगा वापस
गृह मंत्री ने कहा कि जब देश का विभाजन हुआ तब 30 फीसदी हिन्दू, सिख, बौद्ध और जैन प्रभावित हुए. सिर्फ अल्पसंख्यक लोग तीन फीसदी बचे हैं. ये अल्पसंख्यक लोग कहां गए. विपक्षी आंख के अंधे और कान के बहरे लोगों को यह दिखाई नहीं दिया, जो लोग मानवाधिकार की बात करते हैं. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब करोड़ों लोग मार दिए गए, भगा दिए गए तब वे लोग कहां थे. उन्होंने कहा कि सीएए किसी कीमत पर वापस नहीं होगा.
दी जाएगी नागरिकता
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जो लोग बाहर से शरणार्थी आए हैं, उन्हें नागरिकता देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने काम किया है. गांधी जी ने 1947 में कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दू, सिख भारत आ सकते हैं. उन्हें नागरीकता देना, नौकरी देना हमारा कर्तव्य होना चाहिए. जवाहरलाल नेहरु ने भी कहा था, लेकिन वोट बैंक के लिए किया नहीं था.
ये भी पढ़ें- डंके की चोट पर बोले शाह, नागरिकता कानून नहीं होगा वापस
विपक्ष पर जमकर जुबानी वार
उन्होंने कहा कि अखिलेश आप ज्यादा न बोलो तो ज्यादा अच्छा है. बोलना नहीं आता, बिना लिखे हुए मंच पर बोलना नहीं आता. देश विरोधी काम यूपी की जनता स्वीकार नहीं करेगी. ममता बनर्जी बताओ कि क्या दिक्कत है नागरिकता देने में, पहले तो यही मांग करती थीं. हम इससे पीछे नहीं हटेंगे. गृह मंत्री ने कहा कि हम भारत से आतंकवाद समाप्त करने जा रहे हैं. तीन तलाक कानून का भी देश विरोधी लोग विरोध कर रहे हैं. आतंकवादी देश में हमला करे तो उनको जवाब देना चाहिए, सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए.
तीन महीने में शुरू होगा गगनचुंबी राम मंदिर का निर्माण
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा भगवान राम का मंदिर तोड़ दिया गया था. लाखों लोगों ने कुर्बानी दी है. कोर्ट में मामला लटकाने का प्रयास किया. तीन महीने में आसमान को छूने वाला प्रभु राम का मंदिर बनना शुरू होगा. जब गगनचुंबी मंदिर बनेगा तो हमारा जीवन धन्य हो जाएगा. कांग्रेस और सपा विरोध की बात करते हैं. गृह मंत्री ने कहा कि दो साल पहले जेएनयू में देश विरोधी नारे लगे. साथ ही कहा कि जिन लोगों ने भारत माता के टुकड़े करने की बात की, उनको जेल भेजने का काम हमने किया है, जो अखिलेश यादव, मायावती, राहुल गांधी को अच्छा नहीं लगा.