ETV Bharat / state

लखनऊ: KGMU ट्रामा सेंटर में बनाया गया होल्डिंग एरिया, कोरोना जांच से पहले रुकेंगे मरीज - केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर

उत्तर प्रदेश की राजधानी में स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी(KGMU) के ट्रामा सेंटर में एक होल्डिंग एरिया बनाया गया है. इस एरिया में कोरोना जांच से पहले मरीजों को रोका जाएगा.

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी
author img

By

Published : May 18, 2020, 10:46 AM IST

लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में शनिवार की शाम कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज ट्राइएज एरिया में जाने के बजाय ट्रामा सेंटर के सर्जरी विभाग में पहुंच गया था. इसके बाद ट्रामा सेंटर को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा था और सैनिटाइजेशन की पूरी प्रक्रिया के बाद ही ट्रामा सेंटर का सर्जरी विभाग खुला. इस मामले पर फॉलोअप के तौर पर ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की कि ट्रामा सेंटर में इसके बाद मरीजों के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं.

KGMU ट्रामा सेंटर में बना होल्डिंग एरिया

केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने इस मामले पर कहा कि चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन वर्तमान कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए तमाम तरीके की सावधानियां बरत रहा है. ट्रामा सेंटर के सामने केजीएमयू का जिरियाट्रिक मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट बना हुआ है. इसे कुछ समय के लिए कोविड-19 के इस ट्रेनिंग सेंटर में तब्दील कर दिया गया है.

कोई भी मरीज जो ट्रामा सेंटर में आता है उसे सबसे पहले इस स्क्रीनिंग सेंटर से होकर गुजरना होता है. किसी भी रोगी में थोड़ा सा भी संदेह होता है, उनके लक्षण और उनसे ट्रैवल हिस्ट्री पर या फिर उनके संपर्क में आए लोगों के बारे में कोई संदिग्ध स्थिति पता चलती है तो तुरंत उस मरीज की कोविड-19 की जांच करवाई जा रही है.

डॉ. सिंह ने बताया कि ट्रामा सेंटर में अब एक नया होल्डिंग एरिया शुरू कर दिया गया है. इस होल्डिंग एरिया में संस्थान के कई चिकित्सक पीपीई किट और अन्य सुरक्षा उपकरणों के साथ वहां उपस्थित रहते हैं और होल्डिंग एरिया में रखे गए रोगियों का इलाज व अन्य चीजें देखते हैं. जब तक होल्डिंग एरिया में रह रहे मरीज की कोविड-19 की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक वह मरीज वहीं रहता है.

इसे भी पढ़ें:-गरीब, मजदूर की जान बचाने में योगी सरकार नाकाम: अखिलेश यादव

किसी भी तरीके से संक्रमण, किसी अन्य रोगी को न हो और अन्य वार्डों तक न जाए, इसके लिए हम सतर्क हैं और लगातार अपनी चौकसी बढ़ा रहे हैं.
डॉ .सुधीर सिंह, मीडिया प्रवक्ता, केजीएमयू

लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में शनिवार की शाम कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज ट्राइएज एरिया में जाने के बजाय ट्रामा सेंटर के सर्जरी विभाग में पहुंच गया था. इसके बाद ट्रामा सेंटर को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा था और सैनिटाइजेशन की पूरी प्रक्रिया के बाद ही ट्रामा सेंटर का सर्जरी विभाग खुला. इस मामले पर फॉलोअप के तौर पर ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की कि ट्रामा सेंटर में इसके बाद मरीजों के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं.

KGMU ट्रामा सेंटर में बना होल्डिंग एरिया

केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने इस मामले पर कहा कि चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन वर्तमान कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए तमाम तरीके की सावधानियां बरत रहा है. ट्रामा सेंटर के सामने केजीएमयू का जिरियाट्रिक मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट बना हुआ है. इसे कुछ समय के लिए कोविड-19 के इस ट्रेनिंग सेंटर में तब्दील कर दिया गया है.

कोई भी मरीज जो ट्रामा सेंटर में आता है उसे सबसे पहले इस स्क्रीनिंग सेंटर से होकर गुजरना होता है. किसी भी रोगी में थोड़ा सा भी संदेह होता है, उनके लक्षण और उनसे ट्रैवल हिस्ट्री पर या फिर उनके संपर्क में आए लोगों के बारे में कोई संदिग्ध स्थिति पता चलती है तो तुरंत उस मरीज की कोविड-19 की जांच करवाई जा रही है.

डॉ. सिंह ने बताया कि ट्रामा सेंटर में अब एक नया होल्डिंग एरिया शुरू कर दिया गया है. इस होल्डिंग एरिया में संस्थान के कई चिकित्सक पीपीई किट और अन्य सुरक्षा उपकरणों के साथ वहां उपस्थित रहते हैं और होल्डिंग एरिया में रखे गए रोगियों का इलाज व अन्य चीजें देखते हैं. जब तक होल्डिंग एरिया में रह रहे मरीज की कोविड-19 की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक वह मरीज वहीं रहता है.

इसे भी पढ़ें:-गरीब, मजदूर की जान बचाने में योगी सरकार नाकाम: अखिलेश यादव

किसी भी तरीके से संक्रमण, किसी अन्य रोगी को न हो और अन्य वार्डों तक न जाए, इसके लिए हम सतर्क हैं और लगातार अपनी चौकसी बढ़ा रहे हैं.
डॉ .सुधीर सिंह, मीडिया प्रवक्ता, केजीएमयू

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.