लखनऊ : प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. कानपुर में अब तक कई लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो गई है, वहीं राजधानी स्थित अस्पतालों में कार्डियोलॉजी विभाग में काफी भीड़ है. इसके अलावा इमरजेंसी में भी हार्ट के मरीज (Heart attack patients reaching emergency) आ रहे हैं. केजीएमयू लारी के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अक्षय प्रधान ने बताया कि इमरजेंसी में काफी मरीज आ रहे हैं.
लारी कार्डियोलॉजी सेंटर केजीएमयू के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रवेश विश्वकर्मा ने बताया कि 'सर्दियों के मौसम में हमेशा हार्टअटैक के केस बढ़ जाते हैं. इसके पीछे का एक कारण यह भी सामने आ रहा है कि अचानक से लोग अपने शरीर को इतना प्रेशर देते हैं जितना शरीर बर्दाश्त नहीं कर पाता है. इसलिए जब कभी भी अगर आप एक्सरसाइज कर रहे हैं तो पहले शुरुआत हल्के से करिए, सीधे डंबल उठाने की कोशिश मत कीजिए. पहले बॉडी को वार्म अप करें, फिर एक्सरसाइज करें. खासकर युवाओं को एक अच्छी लाइफस्टाइल रखनी चाहिए, ताकि फिट रहें.'
स्वास्थ्य निदेशालय की डीजी हेल्थ डॉ. लिली सिंह ने बताया कि 'पिछले दिनों से काफी ठंड बढ़ गई है. ठंड के कारण लखनऊ में हार्ट अटैक के सात केस सामने आए हैं, वहीं कानपुर में 65 लोगों की हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई है. इसके अलावा बाराबंकी में दो मरीजों ने हार्ट अटैक से दम तोड़ दिया.
अनूप जायसवाल ने बताया कि 'हम अपनी माताजी को अस्पताल में दिखाने के लिए लाए हैं. उनको सीने में चलते समय दर्द होता है, इसलिए सोचा एक बार लारी में दिखा लेते हैं. जहां अच्छा इलाज होता है और संस्थान का नाम भी काफी ज्यादा फेमस है. एक अच्छा फीडबैक लोगों से मिला है, इसलिए यहां दिखाने के लिए आए हैं.' उन्होंने कहा कि 'आज के दौर में किसी को भी हार्ट अटैक आ जा रहा है. ऐसे में जरूरत है संभल के रहने की. हमारी रिश्तेदारी में अभी हमने देखा कि दो-तीन लोगों को हार्ट अटैक आया. तुरंत चक्कर आया और बेहोश हो गए. अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में मौत हो गई. ऐसी स्थिति भी हो रही है, इसलिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है.'
प्रीति ने बताया कि 'उनकी मां की तबीयत खराब थी. ब्लड क्लाॅटिंग के कारण सांस लेने में दिक्कत परेशानी हो रही थी, जिसकी वजह से केजीएमयू लारी कार्डियोलॉजी सेंटर में भर्ती कराया गया था. दो दिन पहले ऑपरेशन हुआ है, आज वह उन्हें लेकर घर वापस जा रही हैं.' उन्होंने कहा कि 'आज के समय में किसी को भी हार्ट अटैक आ सकता है, इसलिए सभी अपना ख्याल रखें और अच्छे से सर्दी के महीने में अधिक सावधानी बरतें.'
पंकज जोशी ने बताया कि 'उनके भाई का ऑपरेशन लारी कार्डियोलॉजी सेंटर में हुआ है. ब्लड क्लाॅटिंग के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिसके कारण पहली बार हार्ट अटैक आया तो उस समय ऑपरेशन हुआ था, लेकिन फिर भी दिक्कत बनी हुई थी. इसलिए लारी में गुरुवार को दोबारा ऑपरेशन हुआ है. ऑपरेशन के दौरान छल्ले लगाए गए हैं. फिलहाल अब उनकी तबीयत ठीक है.
हार्ट अटैक के कारक : कोरोनरी हार्ट डिसीज़ के कारण एनजाइना या सीने में होने वाला दर्द भी सर्दियों में बढ़ सकता है, खास तौर पर तब जब कोरोनरी आर्टरीज ठंड में सिकुड़ जाती है. वहीं ठंड में हमारा ह्रदय स्वस्थ शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त मेहनत करता है. सर्दियों की हवा यानी कोल्ड वेव इस काम को और ज्यादा मुश्किल बना सकती है. अगर आपके शरीर का तापमान 95 डिग्री से कम हो जाता है तो हाइपोथर्मिया के कारण हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है. ठंड के कारण ब्लड वेसल्स यानी रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं. इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जिसकी वजह से दिल के दौरे और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है.
बचाव : ठंड से बचने के लिए आप स्वेटर, टोपी, दस्ताने और मोज़े पहनें. साथ ही शराब के अधिक सेवन से बचें. इसका सेवन के करने बाद महसूस होने वाली गर्मी, ठंड में बाहर निकलने पर नुकसानदायक साबित हो सकती है. अपने हाथ बार-बार धोएं. श्वसन संक्रमण से दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ सकता है. अगर आपको दिल की बीमारी के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर की मदद लें.
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