लखनऊ: बारिश के मौसम में अक्सर वायरल इंफेक्शन, सर्दी-खांसी, जुकाम होना आम बात हो जाती है. डाइटिशियंस कहते हैं कि इन दिनों में सही आहार न मिलने की वजह से पोषण नहीं मिल पाता और इसी वजह से इंफेक्शन के साथ कुछ बीमारियां भी शरीर में घर कर लेती हैं. ऐसे में मानसून के डाइट प्लान के बारे में केजीएमयू की डाइटिशियन मृदुल विभाग से ईटीवी भारत ने बात की.
जानकारी देतीं डाइटिशियन मृदुल विभा. मानसून अर्थात बरसात के डाइट प्लान के बारे में जानना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि इस मौसम में संतुलित आहार न होने की वजह से कई इंफेक्शन और बीमारियां होने की आशंका बनी रहती है. इस विषय में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की डाइटिशियन मृदुल विभा कहती हैं कि बारिश के मौसम का भी एक अलग डायट होता है. वह कहती हैं कि बरसात के मौसम में गलत खान-पान की आदतें और वातावरण में नमी की वजह से बैक्टीरियल इंफेक्शन और कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. अगर आपका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होगा तो इन बीमारियों से आप आसानी से बच सकते हैं. इस मामले में कुछ डायट टिप्स पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.
डिटॉक्स वाटर के साथ हो सुबह शुरुआतडाइटिशियन मृदुल के अनुसार, मानसून के समय में सबसे पहले अपनी सुबह की शुरुआत डिटॉक्स वाटर से की जानी चाहिए. डिटॉक्स वाटर में नींबू पानी, जिंजर लेमन वाटर, हल्दी का पानी, जीरा-अजवाइन का पानी या काढ़ा आदि शामिल हैं. यह आपके पेट को साफ कर एक नई ऊर्जा देते हैं. इसके बाद सुबह के नाश्ते में सीरियल्स के साथ ड्राई फ्रूट, ताजे फलों का आदि का इस्तेमाल किया जा सकता है. ड्राई फ्रूट आपकी इम्यूनिटी को मजबूती देने में बेहद कारगर साबित होते हैं.मृदुल कहती हैं कि यह कोशिश जरूर करनी चाहिए कि दिन भर में जो भी आहार लिया जाए, वह हल्का और सुपाच्य हो. मानसून के दिनों में इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि पहले से ही कटे हुए फल आदि न खाए जाएं और तैलीय भोजन से थोड़ी दूरी बनाई जाये. ज्यादा तला-भुना खाना और अधिक मसाले वाला भोजन मानसून के दिनों में बीमारियों का कारण बन सकता है. इसके अलावा घर के बाहर की चीजों को भी खाने से बचना चाहिए, क्योंकि वह किस तेल से और किस तरह बनाए गए हैं, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता है. ऐसे में उनसे भी बीमार होने का डर हो सकता है.
सोने से पहले करें गोल्डन मिल्क का सेवनदिन भर के बाद सोने से पहले हल्दी वाले दूध को मानसून के दिनों में अपने डाइट प्लान में जरूर शामिल करना चाहिए. हल्दी वाले दूध को 'गोल्डन मिल्क' भी कहा जाता है, क्योंकि यह शरीर के अंदर की हर तरह के इंजरी को तो ठीक करता ही है, पर साथ ही इम्यूनिटी को बेहतर बनाए रखने में भी सहायता करता है. मानसून के दिनों में सोने से पहले हल्दी वाला दूध वायरल इनफेक्शंस जैसे सर्दी-जुखाम, खांसी आदि से बचाता है. डाइटिशियन मृदुल विभा कहती हैं कि छोटे-छोटे आसान उपाय कर मानसून में तमाम तरह के वायरल रोग से बचा जा सकता है और अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रांग किया जा सकता है.