लखनऊ: राजधानी में कोरोना संग डेंगू का कॉकटेल बनना शुरू हो गया है. कोरोना के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में डेंगू का भी प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. यह स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द बन गया है. कोरोना नियंत्रित करते-करते डेंगू अनियंत्रित हो चुका है. स्वास्थ्य विभाग के अफसर जल्द ही कोरोना संग डेंगू को काबू करने का दावा कर रहे हैं.
कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में अब डेंगू का प्रकोप
राजधानी में कोरोना के लिहाज से बेहद संवेदनशील इलाके गोमतीनगर, अलीगंज, इंदिरा नगर, ठाकुरगंज, फैजुल्लागंज हैं. इनमें डेंगू का भी प्रकोप बढ़ रहा है. इन इलाकों में कोरोना की रफ्तार पहले से कम हुई है, मगर अभी भी सबसे अधिक केस इन्ही इलाकों से सामने आ रहे हैं. यहां पर डेंगू का प्रकोप भी तेजी से बढ़ रहा है. यह स्वास्थ्य विभाग के लिए मुसीबत बन गया है.
रोज 25 से 30 मरीज आ रहे
गोमतीनगर समेत पांच इलाकों में कोरोना के मामले सबसे अधिक सामने आ रहे हैं. हर रोज 25 से 30 मरीज आ रहे हैं. इन इलाकों में अब डेंगू ने अपने पांव पसार लिए हैं. यहां पर हर रोज करीब पांच से आठ नए डेंगू के पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. मरीज सरकारी अस्पताल जाने के बजाय निजी सेंटर से जांच कराकर निजी अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. कई निजी पैथोलॉजी और अस्पताल रिकॉर्ड तक सीएमओ ऑफिस नहीं भेज रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड में अभी तक महज 317 डेंगू पॉजिटिव केस हैं.
एन्टी लार्वा का हो रहा छिड़काव
कोरोना संक्रमित मेरिट के बाद डेंगू केसेस बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग चिंतित है. ईटीवी भारत से बातचीत में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केपी त्रिपाठी ने बताया कि डेंगू के जहां भी मामले सामने आ रहे हैं, वहां पर एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग कराने के लिए नगर निगम को सूचना दी जा रही है.