लखनऊ: पीएम की डिजिटल हेल्थ मिशन योजना को यूपी में साकार करने की तैयारी हो रही है. सरकारी अस्पतालों में अब सामान्य बीमारियों का इलाज व जांच ऑटोमेटिक मशीन से हो सकेगी. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद हेल्थ एटीएम खरीद के लिए पहल शुरू कर दी गई है. राज्य के ड्रग कॉर्पोरेशन ने इसके लिए 12 नवंबर को टेंडर जारी कर दिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीती जुलाई में प्रदेश के अस्पतालों में हेल्थ एटीएम लगाने का फैसला किया था. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने खाका खींच लिया है. डीजी हेल्थ डॉ. वेद व्रत सिंह के मुताबिक योजना को पहले पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया जाएगा.
इसके लिए राज्य को चार क्लस्टरों में बांटा गया है. इसमें पूर्व, पश्चिम, मध्य व बुंदेलखंड शामिल हैं. ऐसे में हर क्लस्टर से तीन-तीन जिले चयनित किए गए हैं. हर जिले में दो-दो हेल्थ एटीएम मशीन लगेंगीं.
कुल 12 जिलों में 24 मशीन लगेंगीं. इसके अलावा पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी एक मशीन लगेगी. कुल 13 जिलों में 25 हेल्थ एटीएम लगेंगे. इनकी खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया की अंतिम तिथि 30 नवंबर है. दिसंबर में ये एटीएम लगाए जाने लगेंगे.
ये भी पढ़ेंः यूपी में सुस्त पड़ रहा Zika virus, अब 35 ने दी मात...
हेल्थ एटीएम ऐसे काम करेगा
हेल्थ एटीएम एक आधुनिक मशीन है. इसमें हेल्थ पैरामीटर पर आधारित साफ्टवेयर इंस्टॉल हैं. इस मशीन के पास एक टेक्नीशियन तैनात रहेगा. यह आपकी बीमारी के लक्षण मशीन में फीड करेगा.
साथ ही आवश्यक जांचें भी कर लेगा. अगर बीमारी सामान्य हुई तो मशीन से ही परामर्श मिल जाएगा. इसके अलावा मरीज की बीमारी का मशीन द्वारा किया गया एनॉलिसिस डॉक्टर को ट्रांसफर हो जाएगा.
डॉक्टर ऑनलाइन ही मरीज के लिए आवश्यक दवाएं लिख देगा. ये दवाएं मशीन से तय डोज के अनुसार निकल आएंगी. ऐसे में मरीज को अस्पतालों की भीड़ और जांच के लिए दौड़-भाग से मुक्ति मिल जाएगी.
59 तरह की मुफ्त जांचें होंगी
हेल्थ एटीएम के जरिए लोग निःशुल्क बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन लेवल वजन समेत कुल 59 जांचें करा सकेंगे.
बॉडी स्क्रीनिंग के लिए कुल 16 तरह की जांचें तत्काल हो सकेंगी. वहीं, रैपिड टेस्ट में यूरिन टेस्ट, गर्भावस्था, डेंगू, मलेरिया, टायफाइड, एचआईवी, ग्लूकोज, हीमोग्लोबिन, लिपिड प्रोफाइल जैसी जांचें भी इसी मशीन से हो जाएंगीं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप