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हाथरस केस: पीड़िता के भाई और आरोपी के बीच कई बार हुई फोन पर बात

हाथरस मामले में पीड़ित परिवार और मुख्य आरोपी संदीप फोन के जरिए आपस में संपर्क में थे. पीड़ित परिवार और संदीप के बीच फोन पर बातचीत का सिलसिला पिछले साल अक्टूबर में शुरू हुआ. पीड़ित परिवार और आरोपी के बीच करीब 100 बार फोन पर बातचीत हुई.

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Published : Oct 6, 2020, 10:47 PM IST

hathras case police investigation
मामले की जानकारी देती पुलिस

लखनऊ: हाथरस कांड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को सोशल मीडिया और कई मीडिया वाट्सएप ग्रुप में एक सीडीआर लिस्ट सामने आई है. यह लिस्ट दुष्कर्म के आरोपी संदीप और पीड़िता के भाई के नाम पर रजिस्टर फोन नंबर पर की गई बातचीत की बताई जा रही है. हालांकि, सीडीआर लिस्ट के बारे में जब अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने लिस्ट की सत्यता की पुष्टि नहीं की है.

वायरल सीडीआर लिस्ट का एक नंबर ट्रूकॉलर पर 'सत्येंद्र कुमार' नाम से दर्शा रहा है. वहीं दूसरा नंबर जिसे संदीप का बताया गया है वह ट्रूकॉलर पर 'bholghni Meetar' नाम से दर्शा रहा है. सामने आई सीडीआर रिपोर्ट से यह बताया गया है कि संदीप की पीड़िता के भाई के नाम पर रजिस्टर्ड फोन नंबर पर लंबी बातचीत होती थी. बड़ी बात यह है कि दोनों फोन नंबरों पर घंटों बातचीत हुई है. दोनों नंबरों के बीच अक्टूबर 2019 से लेकर 2020 के बीच लगभग पांच घंटे की बातचीत हुई है.

22 तारीख को पीड़िता ने अपने बयान में संदीप, रामू, लवकुश और रवि पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे. इसके बाद 14 तारीख को लिखी गई एफआईआर में दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाई गई थीं. 29 सितंबर को पीड़िता की दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई थी. इसके बाद जिला प्रशासन ने पीड़िता का शव परिवार की मर्जी के बिना रात में ही जला दिया था. जहां एक ओर पूरा विपक्ष हाथरस में हुई इस घटना को दुष्कर्म और हत्या मानकर सरकार को घेरने का काम कर रहा है, तो वहीं बीते दिनों एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दुष्कर्म न होने की बात कही थी.

दंगा फैलाने की साजिश
उत्तर प्रदेश पुलिस हाथरस घटना को लेकर दंगा भड़काने और शांति व्यवस्था को भंग करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. अब तक दंगा फैलाने की साजिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 19 एफआईआर दर्ज की गई हैं. इन एफआईआर के तहत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मथुरा से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनको पीपल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का सदस्य बताया जा रहा है. पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है.

लखनऊ: हाथरस कांड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को सोशल मीडिया और कई मीडिया वाट्सएप ग्रुप में एक सीडीआर लिस्ट सामने आई है. यह लिस्ट दुष्कर्म के आरोपी संदीप और पीड़िता के भाई के नाम पर रजिस्टर फोन नंबर पर की गई बातचीत की बताई जा रही है. हालांकि, सीडीआर लिस्ट के बारे में जब अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने लिस्ट की सत्यता की पुष्टि नहीं की है.

वायरल सीडीआर लिस्ट का एक नंबर ट्रूकॉलर पर 'सत्येंद्र कुमार' नाम से दर्शा रहा है. वहीं दूसरा नंबर जिसे संदीप का बताया गया है वह ट्रूकॉलर पर 'bholghni Meetar' नाम से दर्शा रहा है. सामने आई सीडीआर रिपोर्ट से यह बताया गया है कि संदीप की पीड़िता के भाई के नाम पर रजिस्टर्ड फोन नंबर पर लंबी बातचीत होती थी. बड़ी बात यह है कि दोनों फोन नंबरों पर घंटों बातचीत हुई है. दोनों नंबरों के बीच अक्टूबर 2019 से लेकर 2020 के बीच लगभग पांच घंटे की बातचीत हुई है.

22 तारीख को पीड़िता ने अपने बयान में संदीप, रामू, लवकुश और रवि पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे. इसके बाद 14 तारीख को लिखी गई एफआईआर में दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाई गई थीं. 29 सितंबर को पीड़िता की दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई थी. इसके बाद जिला प्रशासन ने पीड़िता का शव परिवार की मर्जी के बिना रात में ही जला दिया था. जहां एक ओर पूरा विपक्ष हाथरस में हुई इस घटना को दुष्कर्म और हत्या मानकर सरकार को घेरने का काम कर रहा है, तो वहीं बीते दिनों एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दुष्कर्म न होने की बात कही थी.

दंगा फैलाने की साजिश
उत्तर प्रदेश पुलिस हाथरस घटना को लेकर दंगा भड़काने और शांति व्यवस्था को भंग करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. अब तक दंगा फैलाने की साजिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 19 एफआईआर दर्ज की गई हैं. इन एफआईआर के तहत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मथुरा से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनको पीपल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का सदस्य बताया जा रहा है. पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है.

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