लखनऊ: राजधानी में 13 जुलाई को लुलु मॉल में नमाज पढ़ने से शुरू हुआ घमासान शनिवार को भी जारी रहा. मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद लुलु मॉल के अंदर दो युवकों द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ करने का वीडियो वायरल होने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जाहिर की है. जिसके बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डीसीपी व इंस्पेक्टर को हटा दिया है.
लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने डीसीपी साउथ गोपाल कृष्ण चौधरी को हटा दिया है. वहीं, सुशांत गोल्फ सिटी थाना के प्रभारी अजय प्रताप सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है. कमिश्नर ने यह कार्रवाई शनिवार को लुलु मॉल के अंदर पुलिस की मौजूदगी के बावजूद तीसरे फ्लोर में हनुमान चालीसा पढ़ते हुए दो युवकों का वीडियो वायरल होने के बाद की है.
सुभाष चंद्र शाक्य बनाये गए डीसीपी साउथ
लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने डीसीपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र शाक्य को डीसीपी साउथ की जिम्मेदारी दी है. वहीं, गोपाल कृष्ण चौधरी को हटा कर डीसीपी क्राइम बनाया गया है. वहीं शैलेंद्र गिरी को सुशांत गोल्फ सिटी का नया थाना प्रभारी बनाया गया है.
खुद को हिन्दूवादी नेता बताने वाले आदित्य मिश्रा ने शनिवार को लुलु मॉल में सुंदरकांड पढ़ने का ऐलान किया था. हालांकि मॉल के बाहर भारी संख्या में मौजूद पुलिस फोर्स ने आदित्य समेत 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन इस बीच 2 युवक मॉल के तीसरे फ्लोर में जाकर ठीक उसी जगह हनुमान चालीसा पढ़ने लगे जहां मॉल प्रबंधन ने ये लिख रखा था कि मॉल में धार्मिक प्रार्थना करना मना है.
ये है मामला :
लखनऊ के लुलु मॉल का 11 जुलाई को सीएम योगी ने उद्घाटन किया था. इस मॉल के अंदर 13 जुलाई को कुछ लोगों द्वारा नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में अखिल भारतीय हिंदू महासभा संगठन सहित कई हिंदू संगठनों ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई थी. मॉल में नमाज अदा के मामले को हिंदू संगठनों ने बड़ा मुद्दा बना लिया. मामला बिगड़ता देख मॉल प्रशासन ने नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी.
मॉल के अंदर नमाज पढ़ने के मामले पर हिंदू महासभा ने जताई थी आपत्ति
लखनऊ के लुलु मॉल के अंदर 13 जुलाई को कुछ लोगों द्वारा नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में अखिल भारतीय हिंदू महासभा संगठन ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई थी. अखिल भारतीय हिंदू महासभा संगठन के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने मॉल के मालिक पर लव जिहाद और मुस्लिम धर्म को बढ़ावा देने का लगाया आरोप था. संगठन के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने सुशांत गोल्फ सिटी थाना प्रभारी को लुलु मॉल अंदर सुंदरकांड का पाठ करने के अनुमति मांगने के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया. लेकिन उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं मिली थी.
इसे पढ़ें- संत राजू दास ने लुलु मॉल में हनुमान चालीसा पाठ करने की दी चेतावनी, नमाजियों पर FIR दर्ज
संत राजू दास ने लुलु मॉल में हनुमान चालीसा पाठ करने की चेतावनी दी
लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के विवाद पर अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर के संत राजू दास ने 14 जुलाई को लुलु मॉल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चेतावनी दी थी. इसके अलावा संत राजू दास ने लुलु मॉल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे. राजू दास ने बयान जारी करके कहा था कि लुलु मॉल में जिन कर्मचारियों की भर्ती की गई है, उनमें 80 फीसदी कर्मचारी मुस्लिम हैं. राजू दास का कहना कि मॉल में सिर्फ 20 फीसदी ही हिंदू कर्मचारियों को भर्ती किया गया है.
नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ प्रबंधन ने दर्ज कराई थी FIR
लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने के बाद मॉल प्रबंधन ने नमाजियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. मॉल मैनेजमेंट ने जांच में पाया था कि मॉल के अंदर नमाज पढ़ने वालों में कोई भी मॉल का कर्मचारी नहीं था. इससे पहले हिंदू संगठनों ने सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ने को लेकर लुलु मॉल व नमाजियों की खिलाफ FIR दर्ज करवाने के लिए थाने में शिकायती पत्र दिया था.