लखनऊ: राजधानी में आयोजित एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी में तमाम भारतीय कंपनियों ने अपने रक्षा उपकरण प्रदर्शित किए. HAL (हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड) ने भी अपने कई प्रोडक्ट्स यहां पर लांच किए थे. इसमें एक लाइट युटिलिटी हेलीकॉप्टर भी था. सेना में शामिल होने को तैयार इस हेलीकॉप्टर को डीआरडीओ के सर्टिफिकेट की दरकार थी. इस एक्सपो में डीआरडीओ के चेयरमैन जी. सतीश रेड्डी ने एचएएल के हेलीकॉप्टर को सर्टिफिकेट दे दिया.
187 हल्के हेलीकॉप्टर तैयार करेगा HAL
सेना के अधिकारियों और डीआरडीओ के चेयरमैन जी. सतीश रेड्डी को डिफेंस एक्सपो में लगे लाइट युटिलिटी हेलीकॉप्टर ने अपनी ओर आकर्षित किया. HAL अब भारतीय सेना के लिए 187 हल्के युद्धक विमान तैयार करेगा. डीआरडीओ से प्रमाण पत्र मिलने के बाद इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं. इन 187 हेलीकॉप्टरों में 126 हेलिकॉप्टर भारतीय सेना के लिए बनाए जाएंगे जबकि 61 हेलीकॉप्टर का निर्माण कर इन्हें वायु सेना को सौंपा जाएगा.
HAL के यादगार बना डिफेंस एक्सपो-2020
यह लाइट युटिलिटी हेलीकॉप्टर 40 साल पुराने चीता हेलीकॉप्टरों की जगह लेंगे. यह मल्टीरोल हेलीकॉप्टर सेना की ताकत में बढ़ोतरी करेंगे. इसके बेसिक टेस्ट बंगलुरु में हुए हैं जबकि कोल्ड वेदर टेस्ट लेह में किए गए हैं. हेलीकॉप्टर में इंटरकॉम, रेडियो, अल्टीमीटर, जीपीएस, एएचआरएस, बीएचए और बीआरओ लगे हैं. 55 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी इस विमान को 70 किलो वजन के साथ 20 हजार फीट यानी 6 किलोमीटर ऊंचाई तक उड़ाया जा सकेगा. इस तरह डिफेंस एक्सपो-2020 हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के लिए यादगार बन गया.
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