लखनऊः मुख्यमंत्री आवास पर सोमवार को साहिबजादा दिवस के अवसर पर गुरुवाणी कीर्तन का आयोजन किया गया. श्री गुरु ग्रंथ साहब की आगवानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह सहित कई अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री आवास पर हुई गुरुवाणी को लेकर सीएम योगी ने कहा कि सिख परंपरा भारत की भक्ति व शक्ति का अद्भुत संगम है.
इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य का अवसर है कि देश व धर्म के लिए अपना बलिदान देने वाले गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चार साहिबजादों की शहादत में उनकी स्मृति को नमन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गुरुनानक जी के 550वें प्रकाशोत्सव के अवसर पर निकली कीर्तन यात्रा का पाठ करने का सौभाग्य मुझे सीएम आवास पर प्राप्त हुआ था.
सीएम योगी ने कहा कि जब बाबर के हमले भारत में हो रहे थे और आताताइयों का आतंक चरम पर था, तब पूरे धर्म को इस्लाम में बदलने और भारत को गुलाम बनाने की उनकी मंशा को सिख गुरुओं ने पूरा नहीं होने दिया. उन्होंने कहा कि कौन नहीं जानता कि जब औरंगजेब के सिपहसालार ने गुरु गोविंद सिंह जी के साहेबजादों को लालच देने का प्रयास किया था, लेकिन साहेबजादों ने दीवार में चुनना पसंद किया और धर्म व देश की रक्षा के लिए बलिदान दे दिया.
सीएम ने कहा कि हमारे देश का इतिहास है कि औरंगजेब ने बाबा काशी विश्वनाथ का मंदिर तोड़ा था. दूसरी तरफ राजा रणजीत सिंह ने विश्वनाथ मंदिर को स्वर्ण मंडित किया. हमें सोचना है कि हमें औरंगजेब का सम्मान करना है या राजा रणजीत सिंह जी का. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि मेरा पहला चुनाव था और मैं बहुत हताश और परेशान था, क्योंकि मैंने चुनाव में पैसा नहीं खर्च नहीं किया था और विपक्ष करोड़ों रुपये खर्च कर रहा था. चुनाव से पहले मैं गुरुद्वारे पहुंचा और माथा टेका, जिससे मुझे नई ऊर्जा मिली और चुनाव भी जीता.
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