लखनऊ: मेहंदीगंज स्थित श्री योगेश्वर इंटर कॉलेज में भक्ति भाव और गुरु महत्व परंपरा के आधार पर मंगलवार को गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया गया. इसमें वरिष्ठ साहित्यकार सर्वेश अस्थाना और भाजपा विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने भाग लिया. इस दौरान सभी ने गुरु शिष्य की पुरानी यादों को ताजा किया.
सुरेश श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय संस्कृति चिरंतन संस्कृति है. इस संस्कृति में गुरु और शिष्य की परंपरा का बड़ा महत्व है. माता-पिता भी गुरु होते हैं. माता पिता के बाद गुरु का श्रेष्ठ स्थान है.
सर्वेश अस्थाना ने बताया कि पहले के समय में जो शिक्षा थी, उसमें नैतिक शिक्षा बहुत जरूरी थी. नैतिक शिक्षा में हमें बड़ों, छोटों, साथियों और शिक्षकों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए बताया जाता था. कक्षा 8 तक गुरु मिले उसके बाद टीचर्स मिले, जिन्होंने हमें नॉलेज तो दी पर ज्ञान नहीं दिया.