ETV Bharat / state

यहियागंज गुरुद्वारा : वर्ष 1672 में यहां दो महीने रुके थे गुरु गोविन्द सिंह

श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर लखनऊ के यहियागंज गुरुद्वारा में विशेष समारोह का आयोजन किया जाएगा. हालांकि इस बार कोविड-19 महामारी के चलते आयोजन में प्रमुख बदलाव किए गए हैं.

प्रकाश पर्व पर विशेष समारोह का आयोजन.
प्रकाश पर्व पर विशेष समारोह का आयोजन.
author img

By

Published : Jan 9, 2021, 5:09 PM IST

लखनऊ : राजधानी का ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब, यहियागंज में श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर विशेष समारोह का आयोजन किया जायेगा. इस अवसर पर मुख्य रूप से ज्ञानी दलबीर सिंह (मुक्तसर वाले) 10 से 17 जनवरी तक गुरमत विचार और कथा करेंगे. वहीं 19 की शाम और 20 को सुबह से लेकर देर रात तक दीवान सजाया जाएगा. समारोह में विश्व विख्यात भाई दविंदर सिंह, श्री दरबार साहिब अमृतसर से और ज्ञानी अंग्रेज सिंह, बंगला साहब दिल्ली से पधारेंगे. रात एक बजे श्री गुरु ग्रंथ साहब जी के ऊपर गुलाब के फूलों की वर्षा होगी.

जहां आज यहियागंज गुरुद्वारा है, उसी स्थान पर श्री गुरु गोविंद सिंह जी 6 वर्ष की उम्र में अपनी माता गुजरी जी और मामा कृपाल चंद जी के साथ 1672 में आए थे एवं 2 माह 13 दिन यहां रूके थे. श्री गुरु गोविंद सिंह जी के हस्तलिखित हुकुमनामें और उनके हस्ताक्षर किए हुए हस्तलिखित श्री गुरु ग्रंथ साहब जी आज भी गुरुद्वारा साहब में शोभायमान हैं.

कोविड-19 गाइडलाइन का होगा पालन
गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते आयोजन में इस बार प्रमुख बदलाव किए गए हैं. समारोह के दौरान कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन करना सुनिश्चित किया जाएगा.

लखनऊ : राजधानी का ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब, यहियागंज में श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर विशेष समारोह का आयोजन किया जायेगा. इस अवसर पर मुख्य रूप से ज्ञानी दलबीर सिंह (मुक्तसर वाले) 10 से 17 जनवरी तक गुरमत विचार और कथा करेंगे. वहीं 19 की शाम और 20 को सुबह से लेकर देर रात तक दीवान सजाया जाएगा. समारोह में विश्व विख्यात भाई दविंदर सिंह, श्री दरबार साहिब अमृतसर से और ज्ञानी अंग्रेज सिंह, बंगला साहब दिल्ली से पधारेंगे. रात एक बजे श्री गुरु ग्रंथ साहब जी के ऊपर गुलाब के फूलों की वर्षा होगी.

जहां आज यहियागंज गुरुद्वारा है, उसी स्थान पर श्री गुरु गोविंद सिंह जी 6 वर्ष की उम्र में अपनी माता गुजरी जी और मामा कृपाल चंद जी के साथ 1672 में आए थे एवं 2 माह 13 दिन यहां रूके थे. श्री गुरु गोविंद सिंह जी के हस्तलिखित हुकुमनामें और उनके हस्ताक्षर किए हुए हस्तलिखित श्री गुरु ग्रंथ साहब जी आज भी गुरुद्वारा साहब में शोभायमान हैं.

कोविड-19 गाइडलाइन का होगा पालन
गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते आयोजन में इस बार प्रमुख बदलाव किए गए हैं. समारोह के दौरान कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन करना सुनिश्चित किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.