लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सोमवार को उनके सरकारी आवास पर बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा दे रही कुमारी गुरलीन चावला ने भेंट की. मुख्यमंत्री ने गुरलीन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अपने संकल्प और परिश्रम से झांसी की धरती को स्ट्रॉबेरी की खेती के अनुकूल बनाया है. इस प्रकार की अभिनव पहल से अधिक से अधिक किसानों और युवाओं को जोड़े जाने पर बल दिया जाना चाहिए.
जैविक खेती को मिले बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने गुरलीन चावला से यह अपेक्षा की कि वह बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को कृषि विविधीकरण के इस प्रयास में जागरूक करें. उन्होंने कहा कि जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जाना आवश्यक है. कृषि उत्पाद को ऑर्गेनिक प्रमाणित करने के लिए मण्डल स्तर पर प्रयोगशाला की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा.
कृषि के क्षेत्र में हो रहा बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती जहां एक ओर किसानों की आमदनी बढ़ाने में सहायक होगी, वहीं दूसरी ओर ‘स्ट्रॉबेरी महोत्सव’ जैसे आयोजनों से बाजार की जरूरतों को भी पूरा करने में मदद मिलेगी. सुल्तानपुर में ड्रैगन फ्रूट की खेती और झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती किए जाने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में किसानों ने अपने परिश्रम से ऐसी फसलें उगाईं, जिनके बारे में यह धारणा थी कि वे स्थानीय जलवायु और भूमि के अनुकूल नहीं हैं. उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रकार के प्रगतिशील प्रयासों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. अधिक से अधिक किसानों को इससे जोड़ा जाए. उन्होंने इन उत्पादों की मार्केटिंग और प्रोसेसिंग की व्यापक व्यवस्था किए जाने के निर्देश भी दिए.
पीएम मोदी ने किया जिक्र
गुरलीन चावला ने झांसी में स्ट्रॉबेरी की खेती का सफल प्रयोग किया. विगत 17 जनवरी को मुख्यमंत्री ने झांसी में आयोजित ‘स्ट्रॉबेरी महोत्सव’ का वर्चुअल माध्यम से शुभारम्भ करते हुए कहा था कि बुन्देलखण्ड की धरती पर स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन देश व प्रदेश के लिए नया सन्देश है. इससे बुन्देलखण्ड क्षेत्र की नई पहचान बनेगी. गत रविवार 31 जनवरी को अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्ट्रॉबेरी की सफलतापूर्वक खेती के लिए गुरलीन चावला के प्रयासों की सराहना की थी. उन्होंने कहा था कि स्ट्रॉबेरी महोत्सव जैसे आयोजन यह दर्शाते हैं कि हमारा देश कृषि क्षेत्र में किस प्रकार नवीनतम तकनीकी को अपना रहा है.