लखनऊ: राजधानी के गोमतीनगर विस्तार थाना क्षेत्र में सरयु अपार्टमेंट में रहने वाले संजय शुक्ला ने सोमवार की देर रात खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है. संजय शुक्ला जीएसटी असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर वाराणसी में तैनात थे. इनके घर में कुछ दिन पहले चोरी की वारदात हुई थी. जिसमें लाखों रुपये के जेवरात और नगदी चोर उड़ा ले गए थे. वारदात के बाद ही संजय शुक्ला वाराणसी से लखनऊ पहुंचे थे. सोमवार को उनको कार्यालय में वापस ज्वाइन करना था, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने आत्महत्या कर ली. पुलिस को मौके से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है.
आत्महत्या करने का कारण स्पष्ट नहीं
मूल रूप से आजमगढ़ के रहने वाले संजय शुक्ला जीएसटी में असिस्टेंट कमिश्नर थे. उनकी तैनाती वाराणसी में थी. गोमती नगर विस्तार के सरयु अपार्टमेंट में उनका एक फ्लैट है. बताया जाता है कि सोमवार की देर रात परिवार के सभी सदस्यों के साथ खाना खा कर अपने अपने कमरे में सोने चले गए. देर रात संजय शुक्ला ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली. गोली की आवाज सुनकर परिवार के सदस्य कमरे की तरफ भागे. कमरे में संजय शुक्ला खून से लथपथ पड़े हुए थे. परिजनों ने उनको अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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सूचना पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है. वहीं एसीपी गोमती नगर श्वेता श्रीवास्तव का कहना है कि लाइसेंसी बंदूक से गोली मारने की सूचना है. पड़ताल की जा रही है. अभी मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है. इसकी जानकारी जुटाई जा रही है.
कुछ दिन पहले हुई थी लाखों की चोरी
जीएसटी असिस्टेंट कमिश्नर संजय शुक्ला के घर में कुछ दिन पहले चोरी की वारदात हुई थी. वारदात के वक्त पूरा परिवार वाराणसी में था. चोरी की जानकारी होने के बाद वह लखनऊ पहुंचे थे. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. वह लगातार पुलिस के अधिकारियों के संपर्क में थे. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से भी इस संबंध में उन्होंने मुलाकात की थी.
घोषित किया था 50 हजार का इनाम
एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव के मुताबिक रविवार को अंतिम बार उनकी संजय शुक्ला से बात हुई थी. संयज शुक्ला ने सोमवार को वाराणसी में फिर से ज्वाइन करने की बात कही थी. वहीं परिजनों के मुताबिक चोरी में काफी सामान चला गया था. खुलासा कराने के लिए पुलिस से लगातार संपर्क कर रहे थे. उन्होंने खुलासा करने वाली टीम को अपनी तरफ से 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. वारदात के बाद से वह डिप्रेशन में थे. इसी डिप्रेशन में उन्होंने यह कदम उठाया है. हालांकि पुलिस अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं.