लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शहरों में वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में कई ऐसे शहर सामने आए हैं, जहां की हवा जहरीली है. सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स में ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर मापा गया. अन्य शहरों में भी वायु प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
उत्तर प्रदेश अब दिल्ली से भी ज्यादा वायु प्रदूषण हो गया है. एयर क्वालिटी इंडेक्स में यह साफ हुआ है. एयर क्वालिटी इंडेक्स में दिल्ली का आंकड़ा 351 है, तो उत्तर प्रदेश के शहरों में ग्रेटर नोएडा 392 अंक के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बन गया है.
ग्रेटर नोएडा की हवा में सबसे ज्यादा जहर
उत्तर प्रदेश में रविवार को सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में ग्रेटर नोएडा नंबर 1 पर रहा. ग्रेटर नोएडा की हवा इस कदर खराब हो चली है कि यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 392 अंक तक पहुंच गया है. गाजियाबाद का 364, लखनऊ का 349, नोएडा का 379, मेरठ का 331 और मुरादाबाद का 377 एयर क्वालिटी इंडेक्स में मापा गया है. उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है.
जिला प्रशासन ने जारी किए निर्देश
लखनऊ में प्रदूषण कई दिनों से बढ़ रहा है. कुछ दिन पहले प्रशासन ने इसे रोकने को निर्देश दिया था, इसके बाद भी वायु प्रदूषण रोकने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया. कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य स्थलों पर पानी का छिड़काव कर धूल उड़ने से रोकी जाए. निर्माण स्थल पर ग्रीन नेट लगाने समेत कई अन्य सावधानियां बरतने को कहा गया, लेकिन इसका असर नजर नहीं आ रहा. नतीजतन राजधानी लखनऊ उत्तर प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे नंबर पर आ गई है. राजधानी लखनऊ के कई क्षेत्रों में निर्माण कार्य चल रहा है. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले में सख्ती बरती जा रही है.
तालकटोरा और लालबाग क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित
राजधानी में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा है, जिसको सुबह शाम बढ़ती धुंध में साफ देखा जा सकता है. राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा प्रदूषण 3 क्षेत्रों में है. इनमें सोमवार को तालकटोरा क्षेत्र में सबसे अधिक प्रदूषण मापा गया है. इसके बाद तालकटोरा और लालबाग क्षेत्र में भी प्रदूषण सबसे ज्यादा है. इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
ग्रेटर नोएडा ने बनाया यह रिकॉर्ड, यहां के लोग दोबारा नहीं चाहेंगे ऐसा - लखनऊ एयर क्वालिटी इंडेक्स
उत्तर प्रदेश में कई ऐसे शहर सामने आए हैं, जहां की हवा सबसे ज्यादा जहरीली पाई गई है. सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स में उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर मापा गया. अन्य शहरों में भी वायु प्रदूषण प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शहरों में वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में कई ऐसे शहर सामने आए हैं, जहां की हवा जहरीली है. सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स में ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर मापा गया. अन्य शहरों में भी वायु प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
उत्तर प्रदेश अब दिल्ली से भी ज्यादा वायु प्रदूषण हो गया है. एयर क्वालिटी इंडेक्स में यह साफ हुआ है. एयर क्वालिटी इंडेक्स में दिल्ली का आंकड़ा 351 है, तो उत्तर प्रदेश के शहरों में ग्रेटर नोएडा 392 अंक के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बन गया है.
ग्रेटर नोएडा की हवा में सबसे ज्यादा जहर
उत्तर प्रदेश में रविवार को सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में ग्रेटर नोएडा नंबर 1 पर रहा. ग्रेटर नोएडा की हवा इस कदर खराब हो चली है कि यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 392 अंक तक पहुंच गया है. गाजियाबाद का 364, लखनऊ का 349, नोएडा का 379, मेरठ का 331 और मुरादाबाद का 377 एयर क्वालिटी इंडेक्स में मापा गया है. उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है.
जिला प्रशासन ने जारी किए निर्देश
लखनऊ में प्रदूषण कई दिनों से बढ़ रहा है. कुछ दिन पहले प्रशासन ने इसे रोकने को निर्देश दिया था, इसके बाद भी वायु प्रदूषण रोकने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया. कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य स्थलों पर पानी का छिड़काव कर धूल उड़ने से रोकी जाए. निर्माण स्थल पर ग्रीन नेट लगाने समेत कई अन्य सावधानियां बरतने को कहा गया, लेकिन इसका असर नजर नहीं आ रहा. नतीजतन राजधानी लखनऊ उत्तर प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे नंबर पर आ गई है. राजधानी लखनऊ के कई क्षेत्रों में निर्माण कार्य चल रहा है. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले में सख्ती बरती जा रही है.
तालकटोरा और लालबाग क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित
राजधानी में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा है, जिसको सुबह शाम बढ़ती धुंध में साफ देखा जा सकता है. राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा प्रदूषण 3 क्षेत्रों में है. इनमें सोमवार को तालकटोरा क्षेत्र में सबसे अधिक प्रदूषण मापा गया है. इसके बाद तालकटोरा और लालबाग क्षेत्र में भी प्रदूषण सबसे ज्यादा है. इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.