लखनऊ : संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ (एसजीपीजीआई) का 39 वां स्थापना दिवस बुधवार को संस्थान के श्रुति सभागार में मनाया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व संस्थान की कुलाध्यक्ष आनंदी बेन पटेल कई रिसर्च डाॅक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सों को सम्मानति किया. इससे पहले पीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और संस्थान की विगत एक वर्ष की प्रगति का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया. विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्यमंत्री चिकित्सा शिक्षा मयंकश्वर शरण सिंह, पूर्व विभागाध्यक्ष मेडिसिन विभाग केजीएमयू प्रोफेसर एमके मित्रा आदि शामिल रहे.
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Governor Anandi Ben Patel) ने कहा कि प्रोफेसर एमके मित्रा ने कितनी बातें हमारे सामने रखी हैं. इनमें नमक में आयोडीन क्यों आया इसकी जानकारी काफी महत्वपूर्ण है. ऐसा रिसर्च से ही पता चलता है. उन्होंने डाॅक्टर से मरीजों के प्रति अच्छा बिहेवियर करने की अपील की. साथ ही एसजीपीजीआई के निदेशक की नियुक्ति पर अपनी प्रतिक्रिया दी और निर्णय पर खरा उतरने के लिए पीजीआई के निदेशक की तारीफ की. इसके अलावा उन्होंने डॉक्टर मित्रा के संबोधन की सरहना की.
राज्यपाल ने संस्थान के शोधकर्ताओं व विद्यार्थियों (researchers and students) को संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सकों का रोगियों के प्रति व्यवहार पूरी ईमानदारी, सहानुभूति एवं गरिमा से परिपूर्ण होना चाहिए. साथ ही शिक्षकों से शिक्षण को नवाचार युक्त करने पर जोर दिया. इसके अलावा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन आलोक कुमार ने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ को संख्या में और गुणवत्ता में दोनों में ही बढ़ाने की आवश्यकता है. शोध का सामाजिक सरोकार से संबंधित होना चाहिए. संस्थान की डीन प्रोफेसर शुभा फड़के ने धन्यवाद ज्ञापित किया गया. समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ. स्थापना दिवस के अवसर पर संस्थान के ब्लड बैंक की ओर से रक्तदान शिविर लगाया गया. साथ ही इमरजेंसी मेडिसिन एवं गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र के आसपास लगभग वृक्ष लगाए गए.
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