लखनऊ: आने वाले दिनों में आपको राजधानी लखनऊ में एक बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा. सड़कों पर घूमने वाले भिक्षुकों को लेकर शासन ने लखनऊ नगर निगम को निर्देशित किया है. शासन की ओर से नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी को निर्देशित किया गया है कि भिक्षुकों को सरकारी सुविधा उपलब्ध कराने और उनके पुनर्वास के लिए काम किया जाए, जिसके बाद नगर निगम जोर-शोर से इस काम के लिए तैयारियां कर रहा है.
बीते दिनों ईटीवी भारत ने भिखारियों की मजबूरियों और परेशानियों को लेकर खबर प्रकाशित की थी. इस खबर का संज्ञान लेते हुए शासन की ओर से यह निर्देश जारी किए गए हैं. ईटीवी भारत ने अपनी खबर में भिक्षुकों का दर्द बताया था. ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में यह बात निकल कर सामने आई थी कि भिक्षुकों के लिए हमारे तंत्र के पास नियम और कानून हैं, लेकिन इन नियमों और कानूनों का फायदा भिक्षुक को नहीं मिल पा रहा है. खबर प्रकाशित होने के बाद अधिकारियों का ध्यान इस ओर गया है, जिसके बाद शासन की ओर से नगर निगम को निर्देश जारी किए गए हैं.
नगर आयुक्त ने तैयार किया प्लान
भिक्षुकों के पुनर्वास के लिए शासन से निर्देश मिलने के बाद लखनऊ नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने प्लान तैयार किया है. ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि हम भिक्षुकों के पुनर्वास के लिए काम करेंगे. इसके लिए प्लान तैयार किया गया है. प्रथम चरण में 100 भिक्षुकों के पुनर्वास का काम किया जाएगा. सर्वे कराकर शहर के सभी भिक्षुकों को सूचीबद्ध किया जाएगा और उनके पुनर्वास के लिए काम किए जाएंगे.
ईटीवी भारत को कहा धन्यवाद
इस दौरान नगर आयुक्त ने कहा कि हम पहले से ही भिक्षुकों के पुनर्वास के लिए 'बदला' एनजीओ के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. शहर में दो शेल्टर हाउस भिक्षुकों के लिए उपलब्ध हैं. नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि शासन की ओर से निर्देश मिले हैं कि भिक्षुकों के पुनर्वास के लिए काम किया जाए, जिसके बाद प्लान तैयार किया गया है. ईटीवी भारत की खबर को संज्ञान में लेते हुए शासन ने निर्देश जारी किए हैं. इस मुद्दे को उठाने के लिए मैं ईटीवी भारत को धन्यवाद देता हूं. हम पहले भी भिखारियों के पुनर्वास के लिए काम कर रहे थे, आगे और बेहतर काम किए जाएंगे.
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