लखनऊ : एक करोड़ छात्र -छात्राओं को स्मार्ट फोन और टैबलेट देने के साथ ही अब प्रदेश सरकार ने हाई स्कूल इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 (High School Intermediate Exam 2020) के होनहारों को भी सम्मानित करना शुरू कर दिया है. राजधानी के राजकीय जुबली इंटर कॉलेज (Rajkiya Jubilee Inter College) में सोमवार को राज्य और जिला स्तर पर मेरिट में स्थान पाने वाले 22 होनहारों को सम्मानित करने के साथ इसकी शुरुआत की गई.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एमएलसी अवनीश सिंह ने बताया कि हाई स्कूल इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 में राज्य स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को 1,00,000 रुपये के साथ टैबलेट पुरस्कार के रूप में दिया गया है. जिला स्तर पर छात्रों को 21,000 रुपये के साथ टैबलेट दिया गया है.
विधायक ने बताया कि इसी तर्ज पर प्रदेश के दूसरे जिलों में भी कार्यक्रमों का आयोजन कर मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित किया जाना है. लखनऊ के राजकीय जुबली इंटर कॉलेज में आयोजित समारोह में स्नातक विधायक अवनीश सिंह के साथ विधायक सुरेश तिवारी, संयुक्त शिक्षा निदेशक षष्टम मंडल एसके तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक अमरकांत सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
यूपी बोर्ड, सीबीएसई परीक्षा 2020 के होनहारों, उनके अभिभावक और स्कूलों के लिए सोमवार का दिन बेहद खास रहा. करीब 2 साल बाद सरकार ने इन होनहारों को सम्मानित किया. यह वो लम्हें थे, जिन्हें यह कभी नहीं भुला पाएंगे.
ईटीवी भारत ने सोमवार को लखनऊ में सम्मानित होने वाले कुछ होनहारों से बात की. इस दौरान उनका उत्साह और खुशी खुलकर सामने आई. एमएलसी अवनीश कुमार सिंह और विधायक सुरेश तिवारी से सम्मान पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे थे. बातचीत के दौरान कुछ छात्राएं तो भावुक भी हो गई. देखिए यह पूरी
इसे भी पढ़ेंः केजीएमयू स्थापना दिवसः रक्षा मंत्री के हाथों मेधावियों का सम्मान
स्नातक विधायक अवनीश सिंह ने छात्रों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पढ़ने और पढ़ाने के तरीके पूरी तरह से बदल गए हैं. ऐसे में बच्चों को भी सीखने के तरीके में परिवर्तन लाना बेहद जरूरी है. उन्होंने छात्रों को तकनीकी का इस्तेमाल सकारात्मक रूप से करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा समय की मांग बन चुकी है.
पूर्व में प्रदेश सरकार की तरफ से सभी बोर्ड के होनहार छात्र -छात्राओं के लिए पुरस्कार वितरण किया जाता रहा है. 2020 की परीक्षा के बाद कोरोना संक्रमण के चलते यह पुरस्कार वितरण नहीं किया गया. वर्ष 2021 में छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट किया गया. प्रदेश सरकार की तरफ से 25 दिसंबर को तकनीकी शिक्षण संस्थानों और उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के लिए टेबलेट और स्मार्टफोन वितरण की प्रक्रिया शुरू की गई.
ऐसे में अब इसका लाभ हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के मेधावी छात्र-छात्राओं को भी देने का फैसला लिया गया है. माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए डायरेक्टरेट में बैठे अधिकारियों को मंडल की जिम्मेदारी सौंपी है.
उप निदेशक विकास श्रीवास्तव मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़ की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. पीसी यादव को मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, आरके तिवारी को आगरा, बस्ती, कानपुर, राजकुमार को अयोध्या, देवीपाटन, गोरखपुर, प्रतिमा सिंह को आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर और विनोद कुमार को प्रयागराज, झांसी व चित्रकूट की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
इन होनहारों को किया गया सम्मानित
- बाल निकुंज इंटर कॉलेज मोहिबुल्लापुर की हाईस्कूल की छात्रा निशा अंसारी को राज्यस्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. छात्रा को टेबलेट के साथ 1,00,000 रुपये का नगद पुरस्कार दिया गया.
- अंकित मिश्रा, अपूर्वा शुक्ला, सलोनी सिंह, अमन कुमार द्विवेदी, अंजली वर्मा, मंतशा अंसारी, स्वाति गोस्वामी, अफीरा लईक, अखिल शुक्ला, सफलता यादव को 21000 रुपये नकद और टेबलेट देकर सम्मानित किया गया.
- लखनऊ पब्लिक स्कूल बी ब्लॉक राजाजीपुरम के छात्र केशव को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्हें 1,00,000 रुपये और टैबलेट प्रदान किया गया.
- सीबीएसई की छात्रा दिव्यांशी जैन को भी 1,00,000 रुपये के राज्य स्तरीय पुरस्कार के साथ टैबलेट से सम्मानित किया गया.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप