लखनऊ : सिंगापुर में उत्तर प्रदेश में 29 हजार करोड रुपये का निवेश करेगा. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में नगर विकास विभाग की ओर से आयोजित सिंगापुर पार्टनर कंट्री सेशन में सिंगापुर के राजदूत सिमोन वोंग ने बताया कि उनके देश ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ 29 हजार करोड़ के 20 एमओयू साइन किए हैं. सिंगापुर के राजदूत ने बताया कि वर्ष 1995 से हम भारत में इन्वेस्ट कर रहे हैं अब तक उनका देश करीब 19 सौ बिलियन डॉलर का निवेश भारत में कर चुका है. बीते 8 साल से हम भारत में निवेश करने के मामले में सभी देशों में नंबर वन रहे हैं. यह हमारा नवां साल है. जीआईएस के माध्यम से अब हम नॉर्थ इंडिया में भी इन्वेस्ट के लिए रास्ते खोल दिए हैं.
राजदूत सिमोन वोंग ने कहा कि अभी तक हमारे ज्यादातर इन्वेस्ट दक्षिण भारत में होते आए हैं. हमारे फोरफादर के समय से लगातार भारत में निवेश को बेहतर मानते हैं. राजदूत सिमोन वोंग ने कहा कि जुलाई 2022 में हमें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बारे में पता चला हमने तत्काल मिस्टर एके शर्मा से संपर्क किया. तो वह हमें मिलने के लिए सीएम योगी के पास ले गए. उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में निवेश की बात आई तो हम लोग काफी उत्साहित हुए खासतौर को सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने को लेकर. उन्होंने कहा कि सीएम योगी का पहनावा काफी अलग है. हम वैसा ड्रेस नहीं पहन सकते थे. इसलिए हम सिंपल ड्रेस में उनसे मिलने पहुंचे. सीएम योगी हमें अपने साथ गोरखपुर ले गए जहां पर हम आम नागरिकों की तरह वहां के बाजार और सड़कों पर घूमे. इस दौरान हमने एक चाय वाले की ठेली पर भी गए. जहां उससे बात करने पर उसने बताया कि सीएम योगी के नेतृत्व में यूपी काफी तेजी से बदल रहा है. यहां के हालात में काफी सुधार हुए हैं. एमओयू के माध्यम से गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट ट्रांसफर होगा. जिसमें स्किल ट्रांसफर, अर्बन सॉल्यूशंस, ट्रैफिक व्यवस्था व ई गवर्नेंस आदि चीजों को प्रदेश में विकसित करने में सिंगापुर उत्तर प्रदेश की मदद करेगा.
सिंगापुर से हमारा पुराना नाता : नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कहा कि सिंगापुर के निर्माण के समय यूपी वहां गए थे. खासतौर पर पूर्वांचल के लोगों ने सिंगापुर के निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी. अब सिंगापुर को हमारे प्रदेश के निर्माण को आगे बढ़ाने में मदद करना होगा. उन्होंने सिंगापुर के राजदूत को बताया कि सिंगापुर का वर्क कल्चर काफी अच्छा है. खासतौर पर यहां के स्कूल, यूनिवर्सिटी व गवर्नमेंट की कार्यप्रणाली हमेशा से बेहतर रही है. जब मैं गुजरात में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ काम कर रहा था. तो दो बार सिंगापुर गया था. वहां के काम को करीब से देखने का मौका मिला वहां से वापस आकर मैंने सीएम मोदी को वहां के वर्क कल्चर के बारे में जानकारी दी जिसे उन्होंने गुजरात में लागू किया.
आज सिंगापुर दुनिया के सबसे साफ सुथरे देश में से एक है. हमें सिंगापुर से दो चीजें सीखने को मिलती हैं, एक वहां का वर्क कल्चर यहां के लोग हर काम को काफी परफेक्शन से करते हैं और दूसरा चीज है 'हाउ टू बिकम अ सिटी क्लीन' जिसे हमें सीखना है. सिंगापुर की मदद से हम लखनऊ को साफ सुथरा बनाने में काफी मदद ले सकते हैं. खास तौर पर वेस्टीज मैनेजमेंट और वाटर ट्रीटमेंट जैसी मूलभूत समस्याओं को कैसे ठीक करना है. इसमें सिंगापुर काफी मदद कर सकता है. उन्होंने कहा कि चाइना ने सिंगापुर की मदद से ही अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को खड़ा करने में कामयाब रहा है. वहां के इंडस्ट्रियल स्ट्रक्चर को सिंगापुर के सहयोग से ही खड़ा किया गया है. सिंगापुर उत्तर प्रदेश के शिक्षा, अर्बन स्ट्रक्चर, बेहतर ट्रैफिक सिस्टम को डेवलपमेंट के फील्ड में नेता शिक्षा तैयार करने में मदद कर सकता है.