लखनऊः राजधानी में एक महिला चिकनकारी और जरदोजी को बढ़ावा देने के साथ देश और विदेश की कई लड़कियों और महिलाओं को हुनरमंद बना रहीं है. पेशे से फैशन डिजाइनर निशात मिर्जा चिकनकारी और जरदोजी के साथ फ्यूजन कर लड़कियों और महिलाओं को नए-नए कपड़े बनाना भी सिखा रही हैं.
फैशन डिजाइनर निशात मिर्जा. ईटीवी भारत से बात करते हुए निशात मिर्जा ने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में रह रही छात्राएं लखनऊ की मशहूर चिकनकारी, जरदोज़ी के साथ अलग-अलग एम्ब्रॉयडरी के काम सीखती हैं. उन्होंने बताया कि लड़कियों को हुनरमंद बनाने के लिए पुराने ऐतिहासिक आर्ट वर्क के साथ फ्यूजन कर कुछ नया बनाने की ऑनलाइन क्लास वह चलाती हैं. निशात मिर्जा ने कहा कि लखनऊ का चिकन वर्क बेहतरीन कारीगरी का नमूना है, जिसको सीखकर लड़कियां अपने-अपने राज्यों में बढ़ावा दे रही हैं. निशात मिर्जा कहती है कि पहले ऑफलाइन क्लास में कुछ ही लड़कियां और महिलाएं उनके पास हुनर सीखने आती थी. कोरोना आने के बाद उन्होंने इस काम को ऑनलाइन शुरू किया. कोविड कि दौरान उन्होंने घर बैठे यूट्यूब के माध्यम से क्लास चलाना शुरू किया. अब ऑनलाइन क्लास में सिर्फ देश के साथ ही विदेश से भी लड़कियां काम सीख रहीं है. निशात मिर्ज़ा ने कहा कि आपदा में अवसर को तलाशते हुए उन्होंने अपने काम का दायरा भी बढ़ाया है और छात्राओं को कोरोना के खतरे से बचते हुए घर बैठे हुनर सीखने का भी मौका मिला. इसे भी पढ़ें-राजधानी की बाजारों में रौनकः 2 सालों बाद चर्च में क्रिसमस का सेलिब्रेशन, जानें क्या है खास..
चिकनकारी का काम सीख रही मध्यप्रदेश के झाबुआ की सईमा काज़ी ने कहा कि लखनऊ की तंग गलियों में जाकर उन्होंने इस काम को बनते देखा और ऑनलाइन क्लासेस से घर बैठे चिकनकारी और जरदोजी का काम सीख रहीं है. सईमा ने कहा कि उन्होंने मध्यप्रदेश में अब तक चिकन आर्ट की कई ड्रेसेज़ भी बनाई है और उनके इलाके में लोग इसको खूब पसंद भी कर रहे हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ की अनुपूर्णा डोंगरे ने कहा कि जरदोजी के काम को बेहद गरीब लोग यहां काफी कम पैसे पर बनाते हैं. लेकिन वह इस काम को सीख कर अपने शहर में इसका प्रचार और प्रसार करेंगी.