लखनऊ : मोहनलालगंज क्षेत्र के सिसेंडी गांव में प्राथमिक विद्यालय में बुधवार को स्कूल प्रशासन की लापरवाही नजर आई. शिक्षक छुट्टी के बाद स्कूल के कमरे में सोती हुई एक छात्रा को बंद कर चले गये. जब छात्रा नींद से जागी तो वह अपने आपको कमरे में बंद (Girl student was locked in school) देख रोने लगी. स्कूल के करीब से गुजर रहे सजग ग्रामीण ने छात्रा को स्कूल के अंदर बंद व रोता देखा तो प्रधान प्रतिनिधि समेत परिजनो को सूचना दी, जिसके बाद प्रधान प्रतिनिधि ने शिक्षामित्र को मौके पर बुलाकर चाभी से ताला खुलवाकर अंदर बंद छात्रा को बाहर निकाला. इस दौरान करीब एक घंटे तक छात्रा स्कूल के अंदर बंद रही. सोशल मीडिया पर पूरे मामले का वीडियो वायरल हुआ तो बीएसए ने प्रथम दृष्टया जांच में प्रधानाध्यापक को दोषी मनाते हुए निलंबित करने के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए.
मोहनलालगंज विकासखंड के सिसेंडी गांव में प्राथमिक विद्यालय में स्कूल प्रशासन की लापरवाही से छात्रा एक घंटे तक विद्यालय के कक्ष में बंद रही. दरअसल, छात्रा को पढ़ाई करते समय क्लास में नींद आ गई. दोपहर दो बजे विद्यालय की छुट्टी कर दी गई. छुट्टी के बाद सभी छात्र विद्यालय से चले गए लेकिन किसी का ध्यान महक की ओर नहीं गया. जल्दबाजी में स्कूल की शिक्षकों ने भी छात्रा को नहीं देखा. वह विद्यालय के सभी कमरों में ताला लगाकर चले गए. करीब एक घंटे बाद छात्रा की आंख खुली तो वह अपने आप को कमरे में अकेला देख घबरा गई. छात्रा ने कमरे का दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन बाहर से बंद होने के कारण वह नहीं खुला. डर की वजह से छात्रा कमरे की खिड़की के पास आकर जोर जोर से रोने लगी. विद्यालय के करीब से गुजर रहे ग्रामीण राजू मिश्रा को छात्रा के रोने की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद वो मौके पर पहुंचे. छात्रा को बंद कमरे में रोता देखा, जिसके बाद आनन फानन ग्रामीण राजू मिश्रा ने प्रधान प्रतिनिधि राजू जायसवाल को सूचना दी तो उन्होने शिक्षामित्र प्रवीण तिवारी को फोन कर स्कूल की चाभी लेकर मौके बुलवाकर कक्ष का ताला खोलकर छात्रा को बाहर निकाला. जानकारी पर छात्रा के परिजन भी मौके पर पहुंच गए.
पूरे मामले का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर बीएसए अरुण कुमार ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका प्रमिला अवस्थी को निलंबित करने के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी को जांच कर रिपोर्ट तलब की है.