लखनऊ: राजधानी में आधे घंटे तक कार सवार शोहदे दिनदहाड़े सरेराह युवती का पीछा कर परेशान करते रहे, लेकिन चंद कदम की दूरी पर स्थित कृष्णानगर थाने की पुलिस खड़ी तमाशा देखती रही. युवती का आरोप है की वारदात की जानकारी देने के लिए उसने 1090, 112 और पुलिस कंट्रोल रूम का फोन मिलाया, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली. इसके बाद युवती छेड़खानी और लूट की शिकायत लेकर थाने गई तो एसओ कृष्णानगर ने अभद्रता की और थाने से भगा दिया.
जानिए पूरा मामला
मामला कृष्णा नगर थाना क्षेत्र का है. न्यू सरदारी खेड़ा निवासी युवती के पिता का कुछ दिन पूर्व देहांत हो गया. वह अपनी मां के साथ यहां रहती है. युवती का आरोप है कि बीते शुक्रवार साढ़े पांच बजे घर से राशन लेने वह निकली थी. दिनदहाड़े सरेराह वीवीआइपी रोड स्थित बैकुंठ धाम के पास कार सवार शोहदों ने उसे रास्ते मे रोक लिया और छेड़खानी शुरू कर दी. विरोध करने पर वह लोग मारपीट पर उतारू हो गए. आधे घंटे तक शोहदे पीछा कर युवती को परेशान करते रहे.
एसओ ने सांठगांठ कर आरोपी को छोड़ा
यूवती का आरोप है कि पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन मिलाने पर तत्काल पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, लेकिन कुछ देर बाद उसने संपर्क किया. पीआरवी पुलिसकर्मी आरोपी को कृष्णा नगर थाने लेकर आए, लेकिन थाना प्रभारी कृष्णानगर ने सांठगांठ कर आरोपी को थाने से छोड़ दिया.
पहले भी एसओ ने अनसुनी की शिकायत
युवती ने एसओ कृष्णानगर महेश दुबे पर कई गंभीर आरोप जड़े हैं. उसका कहना है कि आरोपियों को मैं नहीं जानती. वह पहले भी उसके साथ छेड़खानी कर धमका चुके हैं. इसकी शिकायत भी कृष्णानगर पुलिस से की गई, लेकिन थाना प्रभारी कृष्णानगर ने उसे अपमानित कर भगा दिया.
पुलिस को बड़ी घटना का इंतजार
युवती का आरोप है उसके साथ किसी दिन कोई बड़ी घटना हो जाएगी. उसके बाद पुलिस जागेगी. उसका कहना है कि जहां योगी सरकार महिलाओं के लिए पिंक बूथ व महिला सशक्तिकरण चला कर महिलाओं की सुरक्षा की बात पर जोर दे रही है, वहीं पुलिस महिलाओं को अपमानित कर रही है.
इन्हें बनाया आरोपी
पीड़िता ने आरोपियों की पहचान कर ली है. उसका कहना है कि सभी आरोपी बंथरा के रहने वाले हैं और काफी रसूख वाले हैं. उसने अपनी तहरीर में युवकों को नामजद किया है. उनमें क्रमशः आरोपी बउवा पाण्डे , नितिन, सनी चौरसिया, सिम्पल चौरसिया व सचिन पाण्डे शामिल हैं. उसने बताया आरोपी बउआ पांडे के भाई का कुछ दिन पहले मर्डर हुआ था. इन लोगों ने मुझे और मेरे परिवार को फंसाया और सब कुछ छीन लिया. अब भी मुझे जीने नहीं दे रहे हैं.
कोतवाली प्रभारी कृष्णा नगर महेश दुबे ने शिकायत मिलने की बात तो स्वीकार की, लेकिन पीड़िता को थाने से भगाने के आरोपों से इनकार किया. उन्होंने कहा कि
युवती ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत की है, जिसकी तहरीर लेकर मामले की जांच की जा रही है.
फर्जी मुठभेड़ मामले में नामजद हैं दारोगा महेश दुबे
दारोगा महेश दुबे का विवादों से पुराना नाता है. 25 हजार का इनामी बदमाश पुलस्त तिवारी को मुठभेड़ में गिरफ्तार करने वाले इंस्पेक्टर संजय राय, दारोगा महेश दुबे समेत पांच पुलिसकर्मियों पर कोर्ट के आदेश पर इनके खिलाफ आशियाना थाने में मुकदमा दर्ज है. पुलस्त तिवारी की मां मंजिला तिवारी ने इन पुलिसकर्मियों पर दो लाख रुपये न देने पर मुठभेड़ का आरोप लगाया था. महेश दुबे सभी से चर्चा में हैं.