लखनऊ: राजधानी लखनऊ में मैट्रोमोनियल साइट पर शादी का झांसा देकर एक युवती ने एक युवक से 10 लाख रुपये ठग लिए. बताया जा रहा है कि, युवती एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए युवक के संपर्क में आयी थी. इसके बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई. इसके बाद युवती ने युवक को पहले अपनी बातों से प्रेम जाल में फंसाया. जिसके बाद लड़की ने युवक से जरूरत होने की बात कहकर 10 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए और फिर अपना मोबाइल बंद कर लिया. जिसके बाद युवक को अपने ठगे जाने का एहसास हुआ. इसके बाद पीड़ित युवक ने युवती के खिलाफ हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया.
जानें पूरा मामला
बताया जा रहा है कि, पीड़ित मनोज ने जीवनसाथी मैट्रिमोनियल साइट पर अपनी शादी के लिए आईडी बनाई थी. उसके पास प्रियंका सिंह नाम से एक शादी के लिए रिक्वेस्ट आई. लड़की ने युवक को अपना नाम ज्योति बताया और खुद को अमीर घर का बताते हुए कहा कि, कुछ ही दिनों में वो आईएएस अधिकारी बन जाएगी. मनोज और उसका परिवार युवती का स्टेटस देखकर झांसे में आ गया और शादी की तिथि भी घोषित हो गई. इसके बाद मनोज ज्योति के बीच फोन पर बात होने लगी. इस दौरान एक दिन प्रियंका ने 10 लाख रुपयों की जरूरत होने की बात कहकर मनोज से पैसे मांगे और जल्द लौटाने का वादा किया. इसके बाद मनोज ने ज्योति के अकाउंट में 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. लेकिन, 10 लाख रुपये ज्योति के अकाउंट में ट्रांसफर करने के बाद मनोज ने जब उससे बात करनी चाही तो उसका फोन स्विच ऑफ आने लगा.
पीड़ित ने दर्ज कराया मुकदमा
इसके बाद हजरतगंज कोतवाली के प्राग नारायण रोड पर निवासी मनोज अग्रवाल ने युवती के खिलाफ फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़ित ने अपनी तहरीर में शादी का झांसा देकर 10 लाख ठगने की बात कही है. पीड़ित मनोज अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि युवती के स्टेटस से प्रभावित होकर उसने अपने परिजनों को शादी के लिए राजी कर लिया था. शादी की तिथि भी तय हो गई. युवती ने खुद को नदवा (बिहार) की रहने वाली बताया था. युवती का कहना था कि उसके मां-बाप नहीं हैं उसकी पास बड़ी संपत्ति भी है. एक दिन उसने किसी को पैसे देने के लिए कुछ जरूरत बताई और कहा कि उसके पैसे आने थे जो नहीं आ पाए हैं. युवती को परेशानी में देखकर मनोज ने दो बार में 10 रुपये दे दिए. उसके बाद से ही प्रियंका का मोबाइल बंद जा रहा है. वह काफी दिनों तक युवती से संपर्क करने के लिए परेशान रहा, लेकिन जब संपर्क नहीं हो पाया तो पाड़ित ने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर फर्जीवाड़े की जांच शुरू कर दी है.