लखनऊ : बुद्धिमानों के लिए पूरा साल है, लेकिन मूर्खों का केवल एक ही दिन होता है. पहली अप्रैल को मूर्खों के इसी दिन को यादगार बनाने के लिए रवींद्रालय में रंग भारती की ओर से घोंघा बसंत हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन कराया गया. इसमें मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी मौजूद रहे. सम्मेलन में प्रस्तुतियों ने लोगों काे खूब गुदगुदाया.
कवियों को लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब की ओर से पत्तलों की जयमाल, लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार की ओर से ककड़ी की जयमाला, उत्तर प्रदेश के पूर्व-राज्यपाल राम नाईक की ओर से राजमुकुट दिया गया. रंगभारती के अध्यक्ष श्याम कुमार मूर्खिस्तान के प्रधानमंत्री गदर्भराज की वेशभूषा में अपने कमांडो के साथ सपत्नीक मंच पर आए. उन्होंने ‘घोंघा बसंत सम्मेलन’ का उद्घाटन किया. विख्यात वरिष्ठ कलाकार विजय वास्तव ने श्याम कुमार का इडली के जूतों से बनी माला पहनाकर स्वागत किया.
सम्मेलन में विश्व की सात छंटी हुई विभूतियों के लिए ‘मूर्ख रत्न’ और ‘राष्ट्रीय शिखर सम्मान’ घोषित किया गया. मध्य प्रदेष के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, फिल्म अभिनेता शाहरुख खान, फिल्म
अभिनेत्री स्वरा भास्कर, स्वामी प्रसाद मौर्य, मल्लिकार्जुन खड़गे, उद्धव ठाकरे आदि के लिए सम्मान की घोषणा की गई. इस वर्ष का ‘ढेंचू सम्मान' राहुल गांधी को दिया गया. यह सम्मान पूरे वर्ष निरर्थक एवं अनर्गल बातें बोलने पर दिया जाता है. पूर्व में भी राहुल गांधी को यह सम्मान कई बार दिया जा चुका है. उनके अलावा दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर, कपिल सिब्बल, आजम खां, असदउद्दीन उवैसी, अकबरुद्दीन उवैसी को भी इस सम्मान से विभूषित किया जा चुका है. लखनऊ नगर निगम और लोकनिर्माण विभाग ने 5 साल तक सड़कों को भयंकर रूप से गड्ढों से परिपूर्ण रखा, जिनमें लोग हताहत होते रहे, जबकि दोनों विभाग लगातार घोषणा करते रहे कि सारी सड़कों को आदर्श रूप दिया जा चुका है. जनता की सुनवाई नहीं करने में ये दोनों विभाग सबसे आगे रहे हैं, इसलिए इन्हें संयुक्त रूप से ‘कुम्भकर्ण सम्मान’ से सम्मानित किया गया.
सम्मेलन में पांच विभूतियों का ‘गन्धर्व विवाह’ हुआ. पत्रकार अजय कुमार का दीपिका पादुकोण के साथ, पत्रकार डाॅ. हरिराम त्रिपाठी का अनुष्का शर्मा के साथ, पत्रकार श्याम कुमार का अभिनेत्री रेखा के साथ, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र का
आलिया भट्ट के साथ, हास्यकवि डंडा बनारसी का ममता बनर्जी के साथ, पूर्व-मुख्यमंत्री मायावती ने प्रत्येक जोड़े की वधू को सदा सुहागिन रहो’ के आशीर्वाद के साथ 11-11 रुपये का नेग भी प्रदान किया गया. आयोजकों ने बताया कि इन विभूतियों के ‘गन्धर्व विवाह’ के लिए टेंडर मांगे गए थे. बताया गया कि इन नवविवाहित जोड़ों के ‘हनीमून’ के लिए लखनऊ के पांच-सितारा होटल ‘क्लार्क अवध’ में पांच कक्ष आरक्षित कराए गए हैं.
सम्मेलन में मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस बात की प्रशंसा की कि श्याम कुमार के नेतृत्व में ‘रंगभारती’ ने अनेक नई-नई शुरुआतें कीं. साल 1961 में इसे देश के पहले हास्य कवि सम्मेलन के रूप में शुरू किया गया था. घोंघा बंसत सम्मेलन शीर्षक से यह उत्सव पिछले 62 सालों से आयोजित हो रहा है. आयोजन में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की पत्नी नम्रता पाठक भी मौजूद रहीं.
इस मौके पर प्रयागराज से आए अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ‘मूंछ नर्तक’ दुकानजी ने अपनी मूंछों पर मोमबत्तियां जलाकर अद्भुत प्रदर्शन किया. ‘रंगभारती’ ने इस अवसर पर इस वर्ष का ‘बेढब बनारसी रंगभारती हास्य-व्यंग्य शिखर सम्मान’ दो प्रसिद्ध रचनाकारों को दिया. डंडा बनारसी और डाॅ. पापुलर मेरठी. ‘रंगभारती’ के दिवंगत सदस्य व हास्य रस के महाकवि बेढब बनारसी की स्मृति में प्रति वर्ष यह सम्मान दिया जाता है. पूर्व में बेधड़क, सूंड शैल चतुर्वेदी, भोंपू, प्रदीप चौबे, रफीक शादानी, ओम प्रकाश आदित्य, सम्पत सरल, अषोक सुन्दरानी,जमुना प्रसाद उपाध्याय, कमलेश द्विवेदी, शम्भू शिखर सम्मानित किए जा चुके हैं. इस वर्ष ‘रमई काका रंगभारती सम्मान’ शुरू किया गया. इस बार यह सम्मान अवधी के प्रसिद्ध कवि व ‘घोंघा बसंत सम्मेलन’ का संचालन करने वाले विकास बौखल, बाराबंकी को प्रदान किया गया.
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