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प्रदेश की आबोहवा हुई खराब, गाजियाबाद की AQI ने दिल्ली को पछाड़ा

यूपी की आबोहवा लगातार बिगड़ती जा रही है. शुक्रवार को प्रदेश के गाजियाबाद का एक्यूआई दिल्ली से भी आगे रहा. जिससे प्रदेश में प्रदूषण का स्तर मापा जा सकता है. वहीं जनपद में प्रशासन की ओर से दिए जा रहे निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है.

उत्तर प्रदेश में बढ़ा प्रदूषण.
उत्तर प्रदेश में बढ़ा प्रदूषण.
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Published : Nov 13, 2020, 7:45 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश के शहरों में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. प्रदेश भर में कई ऐसे शहर सामने आए हैं, जहां की हवा सबसे ज्यादा जहरीली है. शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स में गाजियाबाद प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है. वहीं वायु प्रदूषण उत्तर प्रदेश के शहरों में दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को सीपीसीबी (सेंट्रल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) की आधिकारिक वेबसाइट में उत्तर प्रदेश के शहरों की हवा के आंकड़े जारी किए.

प्रदेश में गाजियाबाद की हवा ज्यादा जहरीली
सेंट्रल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अधिकारी वेबसाइट से शाम 5 बजे तक देखे गए आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में 339 वायु प्रदूषण मापा गया है. वहीं उत्तर प्रदेश के शहरों में गाजियाबाद का एक्यूआई 382 मापा गया. गाजियाबाद आज प्रदेश के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में से एक है.

प्रदेश के कई शहरों के हालात हो रहे बेलगाम
प्रदेश में प्रदूषण के मामले में गाजियाबाद नंबर-1 पर है. गाजियाबाद की आबोहवा इस कदर खराब हो चली है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स में 382 अंक तक पहुंच गई है. इसके अलावा आगरा 275, बुलंदशहर 292, ग्रेटर नोएडा 338, लखनऊ 264, कानपुर 273, मेरठ 322 एयर क्वालिटी इंडेक्स में वायु गुणवत्ता मापी गई. वहीं उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी हवा में प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.

लखनऊ की हवा हुई थी बेहतर
राजधानी लखनऊ में बीते कई दिनों से हवा में सुधार होता दिख रहा था, जिससे यह माना जा रहा था कि जिला प्रशासन के प्रयास सार्थक सिद्ध हो रहे हैं. लेकिन बीते दो दिनों से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स में बढ़ोतरी होती जा रही है. जिसकी वजह से राजधानी लखनऊ की हवा एक बार फिर से जहरीली हो रही है. राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा प्रदूषण दो क्षेत्रों में है. जिनमें शुक्रावार को तालकटोरा क्षेत्र में सबसे अधिक 373 प्रदूषण मापा गया, तो वहीं लालबाग 297 स्थान पर रहा. इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.

निर्देश का नहीं हो रहा पालन
लखनऊ में कई दिनों से लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है कुछ दिन पहले प्रशासन ने इसे रोकने को दिशा निर्देश जारी किए थे. इसके बाद भी इन निर्देशों का पालन होता नहीं दिख रहा है. कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य स्थलों पर पानी का छिड़काव कर धूल उड़ने से रोकी जाए. निर्माण स्थल पर ग्रीन नेट लगाने समेत कई अन्य सावधानियां बरतने को कहा. इसका कोई असर नजर नहीं आ रहा है. राजधानी लखनऊ के कई क्षेत्रों में निर्माण कार्य चल रहा है, जिनमें लालबाग में चल रहे निर्माण कार्य स्थलों व मिट्टी के ढके गड्ढों में धूल उड़ रही है. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले पर सख्ती बरती जा रही है.

लखनऊः उत्तर प्रदेश के शहरों में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. प्रदेश भर में कई ऐसे शहर सामने आए हैं, जहां की हवा सबसे ज्यादा जहरीली है. शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स में गाजियाबाद प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है. वहीं वायु प्रदूषण उत्तर प्रदेश के शहरों में दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को सीपीसीबी (सेंट्रल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) की आधिकारिक वेबसाइट में उत्तर प्रदेश के शहरों की हवा के आंकड़े जारी किए.

प्रदेश में गाजियाबाद की हवा ज्यादा जहरीली
सेंट्रल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अधिकारी वेबसाइट से शाम 5 बजे तक देखे गए आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में 339 वायु प्रदूषण मापा गया है. वहीं उत्तर प्रदेश के शहरों में गाजियाबाद का एक्यूआई 382 मापा गया. गाजियाबाद आज प्रदेश के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में से एक है.

प्रदेश के कई शहरों के हालात हो रहे बेलगाम
प्रदेश में प्रदूषण के मामले में गाजियाबाद नंबर-1 पर है. गाजियाबाद की आबोहवा इस कदर खराब हो चली है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स में 382 अंक तक पहुंच गई है. इसके अलावा आगरा 275, बुलंदशहर 292, ग्रेटर नोएडा 338, लखनऊ 264, कानपुर 273, मेरठ 322 एयर क्वालिटी इंडेक्स में वायु गुणवत्ता मापी गई. वहीं उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी हवा में प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.

लखनऊ की हवा हुई थी बेहतर
राजधानी लखनऊ में बीते कई दिनों से हवा में सुधार होता दिख रहा था, जिससे यह माना जा रहा था कि जिला प्रशासन के प्रयास सार्थक सिद्ध हो रहे हैं. लेकिन बीते दो दिनों से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स में बढ़ोतरी होती जा रही है. जिसकी वजह से राजधानी लखनऊ की हवा एक बार फिर से जहरीली हो रही है. राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा प्रदूषण दो क्षेत्रों में है. जिनमें शुक्रावार को तालकटोरा क्षेत्र में सबसे अधिक 373 प्रदूषण मापा गया, तो वहीं लालबाग 297 स्थान पर रहा. इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.

निर्देश का नहीं हो रहा पालन
लखनऊ में कई दिनों से लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है कुछ दिन पहले प्रशासन ने इसे रोकने को दिशा निर्देश जारी किए थे. इसके बाद भी इन निर्देशों का पालन होता नहीं दिख रहा है. कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य स्थलों पर पानी का छिड़काव कर धूल उड़ने से रोकी जाए. निर्माण स्थल पर ग्रीन नेट लगाने समेत कई अन्य सावधानियां बरतने को कहा. इसका कोई असर नजर नहीं आ रहा है. राजधानी लखनऊ के कई क्षेत्रों में निर्माण कार्य चल रहा है, जिनमें लालबाग में चल रहे निर्माण कार्य स्थलों व मिट्टी के ढके गड्ढों में धूल उड़ रही है. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले पर सख्ती बरती जा रही है.

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