लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एक तरफ कांग्रेस पार्टी संगठन सृजन अभियान चलाकर संगठन को मजबूत करने में जुटी हुई है, वहीं दूसरी तरफ संगठन बिखरता ही जा रहा है. दिसंबर माह भी कांग्रेस के झटकों से खाली नहीं गया. जाते-जाते भी दिसंबर कांग्रेस को मजबूत झटके दे ही गया. आखिरी सप्ताह में कांग्रेस के महासचिव रहे विनोद मिश्रा ने भी पार्टी से नमस्ते कहकर आम आदमी पार्टी को मजबूत करने का संकल्प ले लिया. उनके साथ कई नेता और कार्यकर्ता भी कांग्रेस का हाथ छोड़ चलते बने.
कांग्रेस छोड़ आप से बनाया रिश्ता
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में इन दिनों कांग्रेस तेजी से संगठन सृजन अभियान चला रही है. इसके तहत तमाम नए कार्यकर्ताओं को जोड़ा जा रहा है. नए पदाधिकारी बनाए जा रहे हैं. 2022 से पहले पंचायत चुनाव में ताल ठोकने के लिए कांग्रेस संगठन को मजबूती दे रही है, हालांकि नए लोगों को कांग्रेस पार्टी संगठन में शामिल कर रही है वहीं जिन्होंने अब तक पार्टी का संगठन खड़ा किया, वही नेता संगठन से दूर चले गए. साल भर तो नेता कांग्रेस को झटके देते ही रहे, दिसंबर माह भी इससे अछूता नहीं रहा. आखिरी सप्ताह में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रहे और प्रदेश अध्यक्ष की दावेदारी में भी शामिल रहे विनोद मिश्रा ने भी कांग्रेस को नमस्ते कर दिया. अब वे आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर आगामी चुनावों में प्रत्याशी के तौर पर कांग्रेस से ही मोर्चा लेते हुए नजर आ सकते हैं.
नेताओं ने थामी आम आदमी पार्टी की झाड़ू
विनोद मिश्रा के अलावा जितने भी कांग्रेस नेताओं ने पार्टी का हाथ छोड़ा उन सभी ने अपने हाथ में आम आदमी पार्टी की झाड़ू थाम ली. इनमें कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर रहे राजीव बक्शी भी शामिल हैं. इसके अलावा सर्बजीत सिंह मक्कड़ और विनोद मिश्रा भी उसी सूची में शामिल हो गए हैं. अब आम आदमी पार्टी ने 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान भी कर दिया है, ऐसे में कांग्रेस में जिन नेताओं को हाशिए पर रखा जा रहा था उन्होंने सीधे तौर पर आम आदमी पार्टी की तरफ रुख कर लिया. अब यह देखना होगा कि कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान से तैयार हुआ संगठन आगामी चुनाव में आम आदमी पार्टी को भी टक्कर दे पाएगा या नहीं.
इधर कांग्रेस पार्टी ने शुरू किया सृजन, उधर बिखर रहा संगठन
एक तरफ कांग्रेस पार्टी संगठन सृजन अभियान चलाकर संगठन को मजबूत करने में जुटी हुई है, वहीं दूसरी तरफ संगठन बिखरता ही जा रहा है. कांग्रेस के महासचिव रहे विनोद मिश्रा ने पार्टी से किनारा करते हुए आम आदमी पार्टी का हाथ थाम लिया है. यानी जाते-जाते दिसंबर भी कांग्रेस को कई झटके दे गया.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एक तरफ कांग्रेस पार्टी संगठन सृजन अभियान चलाकर संगठन को मजबूत करने में जुटी हुई है, वहीं दूसरी तरफ संगठन बिखरता ही जा रहा है. दिसंबर माह भी कांग्रेस के झटकों से खाली नहीं गया. जाते-जाते भी दिसंबर कांग्रेस को मजबूत झटके दे ही गया. आखिरी सप्ताह में कांग्रेस के महासचिव रहे विनोद मिश्रा ने भी पार्टी से नमस्ते कहकर आम आदमी पार्टी को मजबूत करने का संकल्प ले लिया. उनके साथ कई नेता और कार्यकर्ता भी कांग्रेस का हाथ छोड़ चलते बने.
कांग्रेस छोड़ आप से बनाया रिश्ता
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में इन दिनों कांग्रेस तेजी से संगठन सृजन अभियान चला रही है. इसके तहत तमाम नए कार्यकर्ताओं को जोड़ा जा रहा है. नए पदाधिकारी बनाए जा रहे हैं. 2022 से पहले पंचायत चुनाव में ताल ठोकने के लिए कांग्रेस संगठन को मजबूती दे रही है, हालांकि नए लोगों को कांग्रेस पार्टी संगठन में शामिल कर रही है वहीं जिन्होंने अब तक पार्टी का संगठन खड़ा किया, वही नेता संगठन से दूर चले गए. साल भर तो नेता कांग्रेस को झटके देते ही रहे, दिसंबर माह भी इससे अछूता नहीं रहा. आखिरी सप्ताह में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रहे और प्रदेश अध्यक्ष की दावेदारी में भी शामिल रहे विनोद मिश्रा ने भी कांग्रेस को नमस्ते कर दिया. अब वे आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर आगामी चुनावों में प्रत्याशी के तौर पर कांग्रेस से ही मोर्चा लेते हुए नजर आ सकते हैं.
नेताओं ने थामी आम आदमी पार्टी की झाड़ू
विनोद मिश्रा के अलावा जितने भी कांग्रेस नेताओं ने पार्टी का हाथ छोड़ा उन सभी ने अपने हाथ में आम आदमी पार्टी की झाड़ू थाम ली. इनमें कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर रहे राजीव बक्शी भी शामिल हैं. इसके अलावा सर्बजीत सिंह मक्कड़ और विनोद मिश्रा भी उसी सूची में शामिल हो गए हैं. अब आम आदमी पार्टी ने 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान भी कर दिया है, ऐसे में कांग्रेस में जिन नेताओं को हाशिए पर रखा जा रहा था उन्होंने सीधे तौर पर आम आदमी पार्टी की तरफ रुख कर लिया. अब यह देखना होगा कि कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान से तैयार हुआ संगठन आगामी चुनाव में आम आदमी पार्टी को भी टक्कर दे पाएगा या नहीं.