लखनऊ: मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मंगलवार को 21,500 लोगों के खाते में पहली किस्त के 87 करोड़ रुपये की धनराशि भेजी गई. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
यूपी में 30 लाख परिवारों को पीएम आवास योजना का लाभ
इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना की तर्ज पर तीन साल पहले मुख्यमंत्री आवास योजना शुरू की थी. पिछले तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के 30 लाख से अधिक परिवारों को आवास उपलब्ध कराए गए हैं. देश में दो करोड़ से अधिक गरीब लोगों को आवास उपलब्ध कराया गया है. उनमें 30 लाख उत्तर प्रदेश से हैं. जल्द ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उत्तर प्रदेश में सात लाख लोगों को योजना का लाभ मिलने जा रहा है. इसके लिए प्रधानमंत्री का समय लिया जा रहा है.
वनटांगिया और मुसहर को नहीं मिल रहा था कोई लाभ
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि वनटांगिया और मुसहर को कोई लाभ नहीं मिल रहा था. हमने उन लोगों को भी आवास उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री आवास योजना की शुरुआत की. इसमें वन्य गांवों में रहने वाले वनटांगिया, मुसहर जैसी जातियां शामिल हैं. इन जातियों के लोगों को 2017 से पहले सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था. वनटांगिया गांवों को तो राजस्व का दर्जा भी नहीं मिला था.
50 हजार अधिक लोग पा चुके हैं लाभ
सीएम योगी ने कहा कि आज 21,500 परिवार इस योजना से जुड़ रहे हैं. मिर्जापुर, सोनभद्र और चंदौली में प्रति मकान के लिये एक लाख 30 हजार रुपये मिलेंगे. शौचालय नहीं होने की स्थिति में 12 हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे. इसके साथ ही 95 दिन की मनरेगा की मजदूरी भी दी जाएगी. अन्य जिलों में एक लाख 20 रुपये मकान बनाने के लिए दिए जाएंगे. शौचालय नहीं होने की स्थिति में 12 हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे, इसके अलावा 90 दिन की मनरेगा की मजदूरी भी उपलब्ध कराई जाएगी. इससे पहले 50,700 से अधिक परिवारों को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है.
अभियान चलाकर गरीबों को दिया जाएगा जमीन का पट्टा
सीएम योगी ने अधिकारियों को एक अभियान चलाकर गरीबों को जमीन का पट्टा दिए जाने का निर्देश दिया है. यदि भूमि को लेकर कोई विवाद नहीं है तो स्वामित्व योजना के तहत यह जमीन वहीं पर उपलब्ध कराई जाएगी, जहां पर उनकी झोपड़ी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास करीब चार हजार लोग ऐसे आएं हैं जो इस योजना का लाभ इसलिए नहीं ले पाए क्योंकि उनके पास मकान बनाने के लिए जमीन ही नहीं है. सीएम ने अधिकारियों से कहा है कि ऐसे लोगों को उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस का सिलेंडर, बिजली का कनेक्शन, आयुष्मान भारत के अंतर्गत पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य का बीमा कवर भी करवाया जाए. सरकार की योजनाओं का इन परिवारों को लाभ दिलाया जाए. इसके अलावा अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने 2025 तक देश को टीबी से पूर्ण रूप से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है. यूपी में भी हमें उसी के तहत काम करना होगा.
सीएम आवास योजना के तहत 21 हजार से अधिक लाभार्थियों के खाते में भेजी गयी धनराशि
मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान 21,500 लोगों के खाते में मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत पहली किश्त की धनराशि भेजी गई. इस मौके पर सीएम योगी ने संबोधित करते हुए कहा कि अभी तक वनटांगिया और मुसहर को किसी भी सरकारी नौकरी का कोई लाभ नहीं मिल रहा था. हमने उन लोगों को भी आवास उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री आवास योजना की शुरुआत की.
लखनऊ: मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मंगलवार को 21,500 लोगों के खाते में पहली किस्त के 87 करोड़ रुपये की धनराशि भेजी गई. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
यूपी में 30 लाख परिवारों को पीएम आवास योजना का लाभ
इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना की तर्ज पर तीन साल पहले मुख्यमंत्री आवास योजना शुरू की थी. पिछले तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के 30 लाख से अधिक परिवारों को आवास उपलब्ध कराए गए हैं. देश में दो करोड़ से अधिक गरीब लोगों को आवास उपलब्ध कराया गया है. उनमें 30 लाख उत्तर प्रदेश से हैं. जल्द ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उत्तर प्रदेश में सात लाख लोगों को योजना का लाभ मिलने जा रहा है. इसके लिए प्रधानमंत्री का समय लिया जा रहा है.
वनटांगिया और मुसहर को नहीं मिल रहा था कोई लाभ
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि वनटांगिया और मुसहर को कोई लाभ नहीं मिल रहा था. हमने उन लोगों को भी आवास उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री आवास योजना की शुरुआत की. इसमें वन्य गांवों में रहने वाले वनटांगिया, मुसहर जैसी जातियां शामिल हैं. इन जातियों के लोगों को 2017 से पहले सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था. वनटांगिया गांवों को तो राजस्व का दर्जा भी नहीं मिला था.
50 हजार अधिक लोग पा चुके हैं लाभ
सीएम योगी ने कहा कि आज 21,500 परिवार इस योजना से जुड़ रहे हैं. मिर्जापुर, सोनभद्र और चंदौली में प्रति मकान के लिये एक लाख 30 हजार रुपये मिलेंगे. शौचालय नहीं होने की स्थिति में 12 हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे. इसके साथ ही 95 दिन की मनरेगा की मजदूरी भी दी जाएगी. अन्य जिलों में एक लाख 20 रुपये मकान बनाने के लिए दिए जाएंगे. शौचालय नहीं होने की स्थिति में 12 हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे, इसके अलावा 90 दिन की मनरेगा की मजदूरी भी उपलब्ध कराई जाएगी. इससे पहले 50,700 से अधिक परिवारों को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है.
अभियान चलाकर गरीबों को दिया जाएगा जमीन का पट्टा
सीएम योगी ने अधिकारियों को एक अभियान चलाकर गरीबों को जमीन का पट्टा दिए जाने का निर्देश दिया है. यदि भूमि को लेकर कोई विवाद नहीं है तो स्वामित्व योजना के तहत यह जमीन वहीं पर उपलब्ध कराई जाएगी, जहां पर उनकी झोपड़ी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास करीब चार हजार लोग ऐसे आएं हैं जो इस योजना का लाभ इसलिए नहीं ले पाए क्योंकि उनके पास मकान बनाने के लिए जमीन ही नहीं है. सीएम ने अधिकारियों से कहा है कि ऐसे लोगों को उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस का सिलेंडर, बिजली का कनेक्शन, आयुष्मान भारत के अंतर्गत पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य का बीमा कवर भी करवाया जाए. सरकार की योजनाओं का इन परिवारों को लाभ दिलाया जाए. इसके अलावा अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने 2025 तक देश को टीबी से पूर्ण रूप से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है. यूपी में भी हमें उसी के तहत काम करना होगा.