लखनऊ: केजीएमयू की अमृत फार्मेसी में बीते दिनों मीणा डॉक्टर के पर्चे पर नारकोटिक्स शेड्यूल एच की दवाओं की बिक्री से जुड़े अहम सुराग खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को छापेमारी के दौरान मिले थे. इस गंभीर मामले पर केजीएमयू का रवैया बेहद सुस्त है. केजीएमयू अफसरों का कहना है कि मेडिकल स्टोर परिसर में दवा की दुकान खोलने की इजाजत दी गई थी. इसमें दवाओं की बिक्री कैसे होगी, यह देखना केजीएमयू की जिम्मेदारी नहीं है.
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केजीएमयू की अमृत फार्मेसी में मिली नारकोटिक्स की दवाई
- मुख्यमंत्री की शिकायत के बाद एफएसडीए ने केजीएमयू परिसर में स्थापित अमृत फार्मेसी स्टोर पर छापेमारी की थी.
- इसमें नारकोटिक्स व शेड्यूलर्स ग्रुप की दवाओं की बिक्री बिना डॉक्टर की सलाह के करने के सबूत मिले थे.
- इन दवाओं का लेखा-जोखा स्टोर संचालक के कर्मचारी भी नहीं दिखा पाए थे. इसके बाद यह मामला सामने आया था.
- अमृत फार्मेसी में दवाओं की बिक्री में घोलमेल मिलने के बाद एफएसडीए चौकन्ना हो गया है.
जब इस पूरे मामले पर हमने के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से बातचीत की तो उन्होंने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उसमें दवाओं की बिक्री कैसे होगी, यह देखना केजीएमयू की जिम्मेदारी नहीं है.
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