लखनऊ: राजधानी लखनऊ में इन दिनों कोरोना वायरस के मरीज बढ़े हैं. वहीं लोग अब अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए फलों का खूब सहारा ले रहे हैं. एक तरफ जहां रसोई में प्रयोग होने वाली सब्जियां काफी महंगी हैं, तो वहीं उनके मुकाबले मौसमी फल काफी सस्ते हैं. बाजार में इन दिनों सेब, केला और पपीता सस्ता हैं, वहीं नारियल पानी की खूब मांग बढ़ गई है.
लखनऊ के बाजारों में इन दिनों सेब के दाम 70 रुपये किलो तक हैं. वहीं केला 30 से 40 रुपये दर्जन के दाम पर बिक रहा है. वहीं कोई भी हरी सब्जी इन दिनों 50 रुपये से कम में नहीं बिक रही है. वहीं आलू और प्याज के दाम भी अब बाजार में 50 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं. कोरोना और संचारी रोगों से बचने के लिए लोग अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में जुटे हुए हैं. इन्हीं वजहों से इन दिनों बाजार में फलों की मांग काफी बढ़ गई है. डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने पर अब नारियल पानी की भी खूब मांग बढ़ी है, जिसके चलते नारियल पानी बेचने वाले दुकानदार काफी खुश दिखाई दे रहे हैं.
महंगाई से रसोई का बिगड़ा बजट
खाद्य पदार्थों और सब्जियों की महंगाई से इन दिनों रसोई का बजट बिगड़ चुका है. बारिश के दिनों में सब्जियों के दाम इतने महंगे नहीं थे, जितने इन दिनों हैं. लखनऊ के बाजारों में सब्जियों के नाम पिछले 15 दिनों से लगातार आसमान छू रहे हैं. वहीं अब खाद्य पदार्थों में दालों और सरसों के तेल के दाम में काफी उछाल देखने को मिला है. जहां अरहर की दाल बाजार में 120 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है तो वहीं उड़द की दाल भी 150 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. जबकि चने के दाम में भी 10 से 15 रुपये का इजाफा हुआ है. यही हाल सरसों के तेल का भी है, जिसके कारण आम लोगों के रसोई का बजट बिगड़ चुका है.
बाजार में फल खरीदने आए कृष्ण कुमार ने बताया कि इन दिनों सब्जियों के दाम काफी महंगे हो गए हैं. उसके मुकाबले फल काफी सस्ते हैं. वह इन दिनों सेब खूब खरीद रहे हैं, क्योंकि सेब सस्ते हैं. वहीं नारियल पानी पी रहे विष्णु कुमार का कहना है कि वह इन दिनों रोज नारियल पानी पीते हैं. क्योंकि यह पेट के लिए और सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है. नारियल पानी बेच रहे दुकानदार अनिल का कहना है कि इन दिनों कोरोना और डेंगू के चलते उनके यहां नारियल पानी की बिक्री खूब बढ़ी है. पहले के मुकाबले उन्हें अब ज्यादा फायदा हो रहा है.