लखनऊ: साल 2017 से हर रक्षाबंधन पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बहनों को अपने भाई की कलाई पर राखी सजाने के लिए परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की सौगात देती आ रही है. ये सौगात इस साल भी जारी है. कोरोना महामारी के चलते यह इस बार बस में सफर करने वाली बहनों का आंकड़ा पिछले सालों के आंकड़ों की तुलना में काफी कम रहने की उम्मीद है.
रक्षाबंधन पर पिछले 3 साल के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो 7 अगस्त 2017 को जब पहली बार रोडवेज बसों में रक्षाबंधन पर्व पर बहनों को मुफ्त यात्रा की सौगात दी गई थी तो 11.16 लाख बहनों ने अपने भाई के घर जाने के लिए रोडवेज बस से मुफ्त यात्रा की थी. इसी तरह 26 अगस्त 2018 को राखी के अवसर पर 11.69 लाख बहनें रोडवेज बस से अपने भाई के घर मुफ्त में पहुंचीं. साल 2019 की 15 अगस्त को रक्षाबंधन पर 12.04 लाख बहनों ने सरकार की बस में मुफ्त यात्रा की सौगात का लाभ उठाया.
3200 राखी स्पेशल बसों का संचालन
कोरोना के चलते इस रक्षाबंधन पर यात्री काफी कम संख्या में ही रोडवेज बस से सफर कर रहे हैं. ऐसे में रोडवेज अधिकारी भी इस बार ये उम्मीद जता रहे हैं कि पिछले साल के आंकड़ों के आस-पास इस बार की संख्या शायद ही पहुंचे. रोडवेज के एमडी डॉ. राजशेखर ने बताया कि इसके लिए प्रदेशभर में 3200 राखी स्पेशल बसों का संचालन किया जा रहा है.
रिफंड के संबंध में भी निर्देश
प्रबंध निदेशक राजशेखर ने बताया कि अग्रिम आरक्षण या बुकिंग काउंटर से महिला यात्रियों के लिए 2 अगस्त की मध्य रात्रि से 3 अगस्त की मध्य तक यात्रा प्रारंभ करने के लिए खरीदे गए टिकट राशि के रिफंड के संबंध में भी निर्देश जारी किए गए हैं. इसके तहत ऑनलाइन या एपीआई के माध्यम से खरीदे गए महिला टिकट की धनराशि तीन अगस्त के बाद अपने आप ही ऑनलाइन रिफंड हो जाएगी.
कोरोना से बचाव के लिए उठाए गए कदम
तीन अगस्त की तिथि में यात्रा के लिए महिला यात्री ने अगर काउंटर से अग्रिम टिकट खरीदे हैं तो उसकी धनराशि का रिफंड निगम के किसी भी काउंटर से यात्रा समाप्ति के 72 घंटे के अंदर प्राप्त किया जा सकेगा. उन्होंने सभी बहनों और माताओं को आश्वस्त किया है कि रक्षाबंधन पर संचालित होने वाली सभी बस सेवाओं में कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षात्मक मानकों को अपनाया गया है.