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सचिवालय व एलडीए विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख की ठगी, केस दर्ज

राजधानी लखनऊ में एफसीआई सचिवालय व एलडीए विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर 30 लाख से अधिक की ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया है. पीड़ित ने विकास नगर थाना में मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की है.

नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख की ठगी
नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख की ठगी
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Published : Jul 7, 2021, 8:03 PM IST

लखनऊ : राजधानी लखनऊ से एक बार फिर जालसाजी का एक बड़ा मामला सामने आया है. मामला विकास नगर थाना क्षेत्र का है. जहां पर एफसीआई सचिवालय और लखनऊ विकास प्राधिकरण में बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे, 31 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की गई है. फिलहाल पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.

20 से अधिक बेरोजगारों से लाखों की ठगी

मिली जानकारी के मुताबिक, अलीगंज सेक्टर-1 में कुलदीप कुमार गुप्ता अपने परिवार के साथ रहते हैं. वो प्राइवेट नौकरी कर अपने परिवार का पेट पालते हैं. उन्होंने विकास नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि साल 2019 में उनकी मुलाकात लखीमपुर खीरी के रहने वाले अजीत वर्मा से हुई थी. अजीत ने मुलाकात के दौरान बताया था कि उसकी शासन में अच्छी पहचान है. इसका हवाला देते हुए उसने एफसीआई सचिवालय और एलडीए में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था. इसके बाद उन्होंने कुछ समय बाद अपने बड़े भाई अमन की नौकरी लगाने के लिए अजीत से बात की.

उनका आरोप है कि अजीत ने नौकरी लगवाने के लिए 12 लाख रुपये की मांग रख दी. किसी तरह कुलदीप ने 12 लाख रुपये का इंतजाम कर अजीत को अपने बड़े भाई अमन की नौकरी लगवाने के एवज में दिए थे. लेकिन अजीत ने ठगी करने के बाद नौकरी नहीं दिलाई. तभी कुलदीप ने अजीत के बारे में जानकारी की तो मालूम हुआ अजीत ने सुनील, वैभव, सलमान, प्रदीप पांडे समेत 20 लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए ऐंठ लिए हैं.

पीड़ित कुलदीप ने बताया अजीत व उसके पिता ने इन सभी लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 31 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की है. लेकिन किसी भी बेरोजगार लोगों को नौकरी इनके द्वारा नहीं लगवाई गई. शिकार हुए लोगों ने जब अपनी रकम वापस मांगी तो इन लोगों के द्वारा गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी जाती है. तभी कुलदीप ने ठगी के शिकार हुए लोगों के साथ मिलकर बुधवार को विकास नगर थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराया है.

इसे भी पढे़ं- जो खटकते थे कभी आंखों में, उसी को नूर बनाने में जुटे अखिलेश


मुकदमा दर्ज कर जांच हुई शुरू

इंस्पेक्टर विकासनगर की मानें तो सेक्टर-1 अलीगंज में रहने वाले कुलदीप ने बताया कि अजीत ने उसके भाई की नौकरी लगवाने के लिए हरियाणा में ट्रेनिंग के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाए थे. इसके बाद उसे ट्रेनिंग के लिए हरियाणा भेज दिया गया. आरोप है ट्रेनिंग से लौटने के कई माह बाद भी कुलदीप के भाई अमन को नौकरी नहीं मिली. उन्होंने कहा कि पीड़ित ने आरोप लगाया है कि अजीत के द्वारा अन्य लोगों के साथ भी नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों की ठगी की गई है. आरोप है जब अजीत से अपनी रकम वापस मांगी जाती है तो उसके द्वारा टाल-मटोल करने के साथ ही गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी मिलती है. इंस्पेक्टर का कहना है कि पीड़ित के तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

लखनऊ : राजधानी लखनऊ से एक बार फिर जालसाजी का एक बड़ा मामला सामने आया है. मामला विकास नगर थाना क्षेत्र का है. जहां पर एफसीआई सचिवालय और लखनऊ विकास प्राधिकरण में बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे, 31 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की गई है. फिलहाल पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.

20 से अधिक बेरोजगारों से लाखों की ठगी

मिली जानकारी के मुताबिक, अलीगंज सेक्टर-1 में कुलदीप कुमार गुप्ता अपने परिवार के साथ रहते हैं. वो प्राइवेट नौकरी कर अपने परिवार का पेट पालते हैं. उन्होंने विकास नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि साल 2019 में उनकी मुलाकात लखीमपुर खीरी के रहने वाले अजीत वर्मा से हुई थी. अजीत ने मुलाकात के दौरान बताया था कि उसकी शासन में अच्छी पहचान है. इसका हवाला देते हुए उसने एफसीआई सचिवालय और एलडीए में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था. इसके बाद उन्होंने कुछ समय बाद अपने बड़े भाई अमन की नौकरी लगाने के लिए अजीत से बात की.

उनका आरोप है कि अजीत ने नौकरी लगवाने के लिए 12 लाख रुपये की मांग रख दी. किसी तरह कुलदीप ने 12 लाख रुपये का इंतजाम कर अजीत को अपने बड़े भाई अमन की नौकरी लगवाने के एवज में दिए थे. लेकिन अजीत ने ठगी करने के बाद नौकरी नहीं दिलाई. तभी कुलदीप ने अजीत के बारे में जानकारी की तो मालूम हुआ अजीत ने सुनील, वैभव, सलमान, प्रदीप पांडे समेत 20 लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए ऐंठ लिए हैं.

पीड़ित कुलदीप ने बताया अजीत व उसके पिता ने इन सभी लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 31 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की है. लेकिन किसी भी बेरोजगार लोगों को नौकरी इनके द्वारा नहीं लगवाई गई. शिकार हुए लोगों ने जब अपनी रकम वापस मांगी तो इन लोगों के द्वारा गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी जाती है. तभी कुलदीप ने ठगी के शिकार हुए लोगों के साथ मिलकर बुधवार को विकास नगर थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराया है.

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मुकदमा दर्ज कर जांच हुई शुरू

इंस्पेक्टर विकासनगर की मानें तो सेक्टर-1 अलीगंज में रहने वाले कुलदीप ने बताया कि अजीत ने उसके भाई की नौकरी लगवाने के लिए हरियाणा में ट्रेनिंग के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाए थे. इसके बाद उसे ट्रेनिंग के लिए हरियाणा भेज दिया गया. आरोप है ट्रेनिंग से लौटने के कई माह बाद भी कुलदीप के भाई अमन को नौकरी नहीं मिली. उन्होंने कहा कि पीड़ित ने आरोप लगाया है कि अजीत के द्वारा अन्य लोगों के साथ भी नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों की ठगी की गई है. आरोप है जब अजीत से अपनी रकम वापस मांगी जाती है तो उसके द्वारा टाल-मटोल करने के साथ ही गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी मिलती है. इंस्पेक्टर का कहना है कि पीड़ित के तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

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