लखनऊ: घरों से कूड़ा एकत्र करने के एवज में यूजर चार्ज वसूली में बड़ा घपला हो रहा है. राजधानी में घर घर से कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी ईको ग्रीन कम्पनी के पास है. घरों से कूड़े के बदले यूजर चार्ज लेने की जिम्मेदारी एक दूसरी कम्पनी के पास है. यह कम्पनी घर-घर से यूजर चार्ज वसूल तो रही है, लेकिन लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) के खाते में जमा नहीं कर रही है. नगर निगम की ओर से कंपनी को लगातार नोटिस दी जा रही है. इसके बाद भी कंपनी के कार्य में कोई सुधार नहीं आया है. कंपनी का टेंडर समाप्त हो चुका है, इसके बाद भी कंपनी अब भी काम कर रही है.
कंपनी को यूजर चार्ज वसूली (Fraud in user charge collection) में ली गयी धनराशि नगर निगम के एस्क्रो एकाउण्ट में जमा करने को कहा गया है. ऐसा न करने पर संस्था के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है. ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के अन्तर्गत नगर निगम सीमा में मेसर्स इकोग्रीन एनर्जी लखनऊ प्रा. लि. को घर-घर से कूड़ा कलेक्शन के कार्य की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही नगर निगम की देख-रेख में ईकोग्रीन की संस्था मेसर्स एनईडीएस स्किल्स एंड सर्विसेज प्रा. लि. को घर-घर से यूजर चार्ज कलेक्शन का कार्य सौंपा गया. इसके लिए कंपनी के साथ एक नवंबर 2022 को अनुबंध किया गया.
कंपनी नवम्बर 2022 से शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के बदले यूजर चार्ज वसूल रही है. लेकिन जांच में सामने आया है कि कंपनी की ओर से विगत महीनों से यूजर्स चार्ज में लगातार आ रही कमी आ रही है. समय से एकत्र पूर्ण यूजर चार्ज जमा न किये जाने जैसी गंभीर अनियमितता भी सामने आयी है. इस पर नगर आयुक्त के 31 मार्च 2023 को दिए गए आदेश पर कंपनी एनईडीएस स्किल्स को तत्काल प्रभाव से घर-घर से कूड़ा कलेक्शन कार्य के सापेक्ष यूजर चार्ज कलेक्शन कार्यों के लिए दी जा रही सेवाओं से हटा दिया गया.
पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान की ओर से कंपनी को नोटिस जारी की गयी कि संस्था की ओर से यूजर चार्ज वसूली कार्य को तत्काल रोकते हुए माह मार्च 2023 के सापेक्ष वसूल की गयी अब तक की सम्पूर्ण धनराशि को अविलम्ब नगर निगम के सम्बन्धित खाते में जमा कराया जाए. बीते महीने जारी की गयी नोटिस में कहा गया कि यूजर चार्ज वसूल किये जाने अथवा सम्बन्धित खाते में जमा न किये जाने से सम्बन्धित शिकायत मिलती है. इसके अलावा एकत्र धनराशि नगर निगम के एस्क्रो एकाउण्ट में जमा नहीं की जाती है, तो संस्था के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी.
इस सम्बंध में संजीव प्रधान का कहना है कि संस्था को नोटिस दी गयी है, नई कंपनी के चयन तक संस्था को हटाया नहीं गया है. बता दें कि संस्था की ओर से अब तक की गयी वसूली का हिसाब नहीं दिया है. एनईडीएस स्किल्स को यूजर चार्ज वसूली की जिम्मेदारी देने से पहले काम करने वाली कंपनी भी यही घपला कर चुकी है. इसके बाद ही घर घर से कूड़े के बदले यूजर चार्ज वसूलने की जिम्मेदारी नयी कम्पनी को दी गयी. अब एनईडीएस ने भी वहीं फर्जीवाड़ा किया है. अब इसे भी हटाया जाएगा. आरोप है कि इस पूरे खेल में नगर निगम के ही जिम्मेदार अफसरों की मिलीभगत है.
शौचालय में मिली गंदगी, साफ हो चुके नालों में मिला कूड़ा, कार्रवाई की चेतावनी: नगर आयुक्त इंदरजीत सिंह ने शहर में साफ-सफाई को लेकर सोमवार को जोन 4 अंतर्गत राजीव गांधी द्वितीय वार्ड का निरीक्षण किया. यहां साफ-सफाई का जायजा लेने के साथ ही पार्कों व शौंचालयों की भी स्थिति देखी. निरीक्षण में पत्रकारपुरम चौराहे पर स्थित शौचालय में अत्यधिक गंदगी मिली. इस पर उन्होंने संचालक को 2 दिन में सफाई कराने की चेतावनी दी. इस दौरान सफाई तथा अन्य टूटे-फूटे पार्ट्स ठीक नहीं कराने पर शौचालय को सील करते हुए निरस्त कर दिया जाएगा. गोमती नगर विस्तार में कई स्थानों पर बड़े नालों में कूड़ा-मलबा पाया गया. इसे सफाई कराने के निर्देश दिए गए.
नगर आयुक्त ने वार्ड में साफ-सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के साथ वार्ड में तैनात समस्त सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति एवं उनकी बीटें चेक की. वार्ड में मौजूद दोनों पार्कों का निरीक्षण किया. पार्कों में एकत्र होने वाले कचरे के पार्क में ही निस्तारण के लिए कंपोस्टिंग पिट बनवाए जाने के निर्देश उद्यान अधीक्षक गंगा राम गौतम को दिए. इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों व पार्क में आने जाने वाले लोगों की सुविधा के लिए एक पार्क में यूरिनल बनवाये जाने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए.