लखनऊ: राजधानी में एक बार फिर सरकारी विभाग में टेंडर के नाम पर अहमदाबाद के व्यापारी को शिकार बनाया गया है. इस बार यूपी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग में 120 करोड़ रुपए के टेंडर को लेकर अहमदाबाद के व्यापारी नीलम नरेंद्र भाई पटेल से ठगी की गई है. इनसे विभाग में नमक की आपूर्ति को लेकर लाखों की ठगी को अंजाम दिया गया. मामले को लेकर शिकायत मिलने पर एसटीएफ ने जांच की और देर रात हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. इस ठगी के मामले में भी पशुधन घोटाले के आरोपी आशीष राय का हाथ सामने आया है. घोटाले को अंजाम देने में आशीष राय की भूमिका खास रही है.
विभाग में टेंडर दिलाने के लिए घोटाले की शुरुआत दिल्ली से हुई थी. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, व्यापारी नरेंद्र की अहमद नाम के व्यक्ति ने यूपी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग में टेंडर दिलाने के लिए सुनील गुर्जर से दिल्ली के कनॉट प्लेस में मीटिंग कराई थी. कनॉट प्लेस में पहली मीटिंग के बाद नरेंद्र को लखनऊ लाया गया.
लखनऊ गोमती नगर स्थित एक होटल में व्यापारी की आशीष राय, रितु ज्योति, राघव, एके अग्निहोत्री, लोकेश मिश्रा से मुलाकात कराई और टेंडर दिलाने को लेकर फाइनल बातचीत हुई. इस दौरान टेंडर के बदले कमीशन भी तय हुआ. व्यापारी को विश्वास में लेने के लिए उसे कई बार विधानसभा भी ले जाया गया और वहां पर एक साथी को अधिकारी बना कर पेश किया गया.