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छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर पैसा हड़पने वाला जालसाल गिरफ्तार

विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्रों को छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर फर्जी तरीके से अपने खाते में पैसा मंगाने वाले एक जालसाल को यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर से गिरफ्तार किया है. जालसाल के पास से लैपटॉप, 6 मोबाइल, चार सिम कार्ड, 11 एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, दो पेन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और पांच पासबुक बरामद की गई है.

जालसाल गिरफ्तार
जालसाल गिरफ्तार
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Published : Jan 18, 2021, 7:51 AM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने विभिन्न पाठ्यक्रमों (कोर्स) के छात्रों को छात्रवृत्ति दिलाने के नाम फर्जी तरीके से अपने खाते में पैसा मंगाने वाले एक जालसाल को गोरखपुर से गिरफ्तार किया है. जालसाल बलिराम सिंह के पास से लैपटॉप, 6 मोबाइल, चार सिम कार्ड, 11 एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, दो पेन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और पांच पासबुक बरामद की गई है. गिरफ्तार जालसाल के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में लगी हुई है.

छात्रवृत्ति का लालच देकर खाते में मंगाता था पैसे

एसटीएफ के मुताबिक, जालसाज बलिराम सिंह ने पहले इन्टरनेट से विभिन्न शिक्षण संस्थानों का टेलीफोन नम्बर कलेक्ट किया. उसके बाद एनआईसी व अन्य सम्बंधित विभाग का अधिकारी बनकर अपने विभिन्न मोबाइल नम्बरों से फोनकर छात्रवृत्ति नहीं पाये हुये छात्रों का डाटा इकट्ठा करता था. फिर छात्रों को फोनकर छात्रवृत्ति दिलाने का लालच देकर विभिन्न माध्यमों से अपने खातों में रूपये डलवा था. उसके बाद गोरखपुर में एसबीआई व पीएनबी के एटीएम से पैसे निकालता था. एसटीएफ के अनुसार जालसाल बलिराम सिंह को देर रात करीब पौने 12 बजे गोरखपुर के अधियारीबाग रामलील मैदान के सामने से गिरफ्तार कर लिया गया.

एसटीएफ लखनऊ मुख्यालय को कुछ व्यक्तियों द्वारा विभिन्न शिक्षा से सम्बंधित पाठ्यक्रमों (कोर्स) में छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति को फर्जी तरीके अपने खाते में निकलवा कर हड़पने की सूचना मिली थी. इन जालसाजों को पकड़ने के लिए एसटीएफ गोरखपुर इलाके के पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के निर्देशन में जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इसी क्रम में जानकारी मिली कि जालसाज पहले इन्टरनेट से विभिन्न शिक्षण संस्थानों का टेलीफोन नम्बर प्राप्त करते हैं. फिर एनआईसी व अन्य सम्बंधित विभाग का अधिकारी बनकर अपने विभिन्न मोबाइल नम्बरों से फोनकर छात्रवृत्ति नहीं पाये गये छात्रों का डाटा विवरण कलेक्ट करते हैं. उसके बाद छात्रों को छात्रवृत्ति का लालच देकर फर्जी तरीके से खाते में पैसे मंगाता है.

एसटीएफ प्रवक्ता ने बताया कि सूचना पर एसटीएफ निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में टीम ने बताये गये स्थान पर पहुंच कर आरोपी जालसाल बलिराम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ पर उसने बताया कि वह यह काम लगभग दो वर्षो से कर रहा था. वह छात्रों को अपने नम्बर से फोनकर छात्रवृत्ति दिलाने का लालच देकर पिछले कुछ महिनों से सरिता मौर्या के एसबीआई का खाता नम्बर 36025723016 जो गाजीपुर के दुल्लहापुर का है तथा पीएनबी खाता नम्बर 50474571835 जो आजमगढ़ जिले के पते पर सरिता मौर्या पत्नी कमलेश मौर्या के नाम से है में वह पैसा मंगाता था. बाद में एटीएम के माध्यम से पैसा निकाल लेता था.

जालसाज ने बताया कि एनआईसी लिखे सिम से अपने आप को एनआईसी का अधिकारी बताकर बात करता था. इस नम्बर को ट्रू-कॉलर पर एनआईसी फीड किया हूं. जिससे फोन रिसिव करने वाला उसे एनआईसी का अधिकारी समझता था. गौरतलब है कि फर्जी रुप से दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बनवाकर उनके नाम से लाखों की छात्रवृति आदि हड़पने वाले गिरोह सरगना स्कूल के प्रधानाचार्य समेत तीन आरोपियों को शनिवार को बहराइच कोतवाली इलाके से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने विभिन्न पाठ्यक्रमों (कोर्स) के छात्रों को छात्रवृत्ति दिलाने के नाम फर्जी तरीके से अपने खाते में पैसा मंगाने वाले एक जालसाल को गोरखपुर से गिरफ्तार किया है. जालसाल बलिराम सिंह के पास से लैपटॉप, 6 मोबाइल, चार सिम कार्ड, 11 एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, दो पेन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और पांच पासबुक बरामद की गई है. गिरफ्तार जालसाल के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में लगी हुई है.

छात्रवृत्ति का लालच देकर खाते में मंगाता था पैसे

एसटीएफ के मुताबिक, जालसाज बलिराम सिंह ने पहले इन्टरनेट से विभिन्न शिक्षण संस्थानों का टेलीफोन नम्बर कलेक्ट किया. उसके बाद एनआईसी व अन्य सम्बंधित विभाग का अधिकारी बनकर अपने विभिन्न मोबाइल नम्बरों से फोनकर छात्रवृत्ति नहीं पाये हुये छात्रों का डाटा इकट्ठा करता था. फिर छात्रों को फोनकर छात्रवृत्ति दिलाने का लालच देकर विभिन्न माध्यमों से अपने खातों में रूपये डलवा था. उसके बाद गोरखपुर में एसबीआई व पीएनबी के एटीएम से पैसे निकालता था. एसटीएफ के अनुसार जालसाल बलिराम सिंह को देर रात करीब पौने 12 बजे गोरखपुर के अधियारीबाग रामलील मैदान के सामने से गिरफ्तार कर लिया गया.

एसटीएफ लखनऊ मुख्यालय को कुछ व्यक्तियों द्वारा विभिन्न शिक्षा से सम्बंधित पाठ्यक्रमों (कोर्स) में छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति को फर्जी तरीके अपने खाते में निकलवा कर हड़पने की सूचना मिली थी. इन जालसाजों को पकड़ने के लिए एसटीएफ गोरखपुर इलाके के पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के निर्देशन में जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इसी क्रम में जानकारी मिली कि जालसाज पहले इन्टरनेट से विभिन्न शिक्षण संस्थानों का टेलीफोन नम्बर प्राप्त करते हैं. फिर एनआईसी व अन्य सम्बंधित विभाग का अधिकारी बनकर अपने विभिन्न मोबाइल नम्बरों से फोनकर छात्रवृत्ति नहीं पाये गये छात्रों का डाटा विवरण कलेक्ट करते हैं. उसके बाद छात्रों को छात्रवृत्ति का लालच देकर फर्जी तरीके से खाते में पैसे मंगाता है.

एसटीएफ प्रवक्ता ने बताया कि सूचना पर एसटीएफ निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में टीम ने बताये गये स्थान पर पहुंच कर आरोपी जालसाल बलिराम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ पर उसने बताया कि वह यह काम लगभग दो वर्षो से कर रहा था. वह छात्रों को अपने नम्बर से फोनकर छात्रवृत्ति दिलाने का लालच देकर पिछले कुछ महिनों से सरिता मौर्या के एसबीआई का खाता नम्बर 36025723016 जो गाजीपुर के दुल्लहापुर का है तथा पीएनबी खाता नम्बर 50474571835 जो आजमगढ़ जिले के पते पर सरिता मौर्या पत्नी कमलेश मौर्या के नाम से है में वह पैसा मंगाता था. बाद में एटीएम के माध्यम से पैसा निकाल लेता था.

जालसाज ने बताया कि एनआईसी लिखे सिम से अपने आप को एनआईसी का अधिकारी बताकर बात करता था. इस नम्बर को ट्रू-कॉलर पर एनआईसी फीड किया हूं. जिससे फोन रिसिव करने वाला उसे एनआईसी का अधिकारी समझता था. गौरतलब है कि फर्जी रुप से दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बनवाकर उनके नाम से लाखों की छात्रवृति आदि हड़पने वाले गिरोह सरगना स्कूल के प्रधानाचार्य समेत तीन आरोपियों को शनिवार को बहराइच कोतवाली इलाके से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था.

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