लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 59000 गांवों में करीब 4 लाख महिलाओं को पानी की जांच करने का काम दिया जाएगा. इसकी ट्रेनिंग जल शक्ति विभाग करा रहा है. अगस्त माह में यह प्रोग्राम शुरू किया जाएगा और जुलाई तक ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी. इस स्कीम में प्रत्येक जांच के लिए हर महिला को 20 रुपये का शुल्क भुगतान किया जाएगा. जिसमें प्रोटोकॉल के हिसाब से पानी की जांच महिला को ही करनी होगी जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने यह जानकारी दी है. इस योजना के तहत प्रदेश के ग्राम पंचायतों में महिलाओं को नियुक्ति दी जाएगी.
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि प्रदेश के राजस्व गांव में पांच-पांच महिलाओं को पानी की गुणवत्ता जांच की ट्रेनिंग दी जा रही है. कई जगह एक ही ग्राम पंचायत में अधिक महिलाओं की नियुक्ति भी की जाएगी. जिसमें यह संख्या चार लाख के ऊपर चली जाएगी. इस ट्रेनिंग को 30 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा. ट्रेनिंग देने वाले संगठनों की मॉनीटरिंग जल्द सख्त होगी. जलशक्ति मंत्री ने कहा कि इस संस्था के प्रतिनिधियों को निर्देश दिये गए हैं कि ट्रेनिंग देने वाली संस्थाएं एक सप्ताह पहले विभाग को ट्रेनिंग की तिथि, प्रशिक्षण के सबजेक्ट, प्रशिक्षण के समय का पूरा चार्ट भेजेंगे. इसके अलावा ट्रेनिंग के उद्दघाटन और समापन में एक जनप्रतिनिधि और एक स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
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जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि इस विभाग के अधिकारी ट्रेनिंग देने वालों से वर्चुअल जुड़ेंगे. बहुत जल्द ही इस योजना का आगाज कर दिया जाएगा. जलशक्ति मंत्री ने निर्देश दिया है कि जहां ट्रेनिंग प्रोग्राम हो रहा है वहां इस बात का ध्यान रखा जाये कि दरी, पंखा अवश्य रहे. ये संगठन 200 महिलाओं को दिये जा रहे प्रशिक्षण के उद्दघाटन और समापन सत्र का वीडियो व्हाट्सएप पर विभाग को भेजेंगे. इसके अलावा किसी भी दिन अचानक वीडियो देखा जा सकता है.
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