लखनऊ: कोरोना जांच के लिए केजीएमयू, लोहिया संस्थान, बलरामपुर और सिविल अस्पताल में सीमित जांच होने से लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं. मंगलवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में सुबह छह बजे से ही लोग कोरोना जांच कराने के लिए लाइन में लग गए. पहले उन सभी को टोकन के आधार पर फार्म का वितरण किया गया. फिर इंतजार करने को कहा गया. लखनऊ की पूर्व एमएलसी 90 वर्षीय मीना दुग्गल भी सुबह नौ बजे से लाइन में लगी रहीं. लेकिन दोपहर दो बजे तक उनकी जांच नहीं हो सकी थी. जब निदेशक को मामले को अवगत कराया तो तत्काल कर्मियों ने ह्वील चेयर पर बैठीं बुजुर्ग का नमूना लिया.
मरीज करते हैं घंटों इंतजार
पूर्व एमएलसी को सिविल अस्पताल लेकर आए मुकेश कुमार ने बताया कि सुबह नौ बजे ही वह उन्हें लेकर यहां आए थे. घंटों इंतजार किए. फिर दोपहर एक बजे आने को कहा गया. दोबारा आने पर फिर से लाइन में लगना पड़ा. 90 वर्ष की उम्र में ह्वील चेयर पर उनसे इतना लंबा इंतजार नहीं किया जा रहा. इसी तरह नरही से कोरोना जांच कराने आई नीलम ने बताया कि सुबह आठ बजे से वह यहां आई हैं. सवा दो बजने के बाद भी जांच नहीं हो सकी है. वहीं सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. सुभाष सी सुंदरियाल ने कहा, "हमारे काफी लैब कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं. इसके बावजूद हम रोजाना 300 से अधिक जांच कर रहे हैं. मैं सुबह में खुद सभी को फार्म बंटवाया था. भीड़ अधिक होने और कर्मी कम होने से थोड़ी दिक्कत जरूर है."