लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्लाबोल करने वाले जबरिया रिटायर किए गए पूर्व आईपीएस (IPS) अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने जेल से निकलने के बाद अब जेल प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने जेलों में कैदियों को सुविधा देने के बहाने हो रहे लाखों के भ्रष्टाचार की शिकायत लोकायुक्त से की है. अमिताभ ठाकुर का कहना है कि सात महीने जेल में रहने के दौरान उन्होंने सब कुछ अपनी आंखों से देखा है कि किस तरह वहां बेईमानी हो रही है.
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने Etv Bharat से खास बातचीत में बताया कि लखनऊ जेल में सुविधा के नाम पर सब्जियां, दुग्ध उत्पाद, साबुन, सिगरेट बीड़ी की बिक्री होती है. 5 रुपये के बिस्कुट, 10 रुपये का साबुन और टूथपेस्ट 20 रुपये में बेचे जा रहा है. इसी तरह एक रुपये की माचिस 5 रुपये और आधा लीटर का फुल क्रीम मिल्क 29 रुपये की जगह 40 रुपये में बेचा जा रहा है. हर सामान अपने वास्तविक मूल्य से काफी मंहगा बेचा जा रहा है जबकि इसकी शिकायत उन्होंने लोकायुक्त से की है.
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थाने में हुई थी पिटाई, DGP से की शिकायत : पूर्व आईपीएस अधिकारी ने आगे बताया कि जब उन्हें 27 अगस्त 2021 को हजरतगंज पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था. तब उनकी थाने में पिटाई की गई थी. उन्होंने कहा कि उनकी पिटाई के बाद उनका मेडिकल भी हुआ था जिसमें चोट दिखी थी. इसे लेकर उन्होंने डीजीपी से इस मामले में कार्यवाई करने के लिए पत्र लिखा था. डीजीपी से शिकायत करने के बावजूद इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई. गौरतलब है कि अमिताभ ठाकुर को रेप पीड़िता को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले के आरोप में पिछले साल अगस्त महीने में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. करीब सात महीने बाद वो जमानत पर रिहा हुए हैं.
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