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Global Investors Summit 2023 : वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री ने कहा, निवेशकों को सम्मान व सुरक्षा दे रहा यूपी

राजधानी में तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors Summit 2023) का आयोजन किया जा रहा है. समिट के तीसरे दिन वशिष्ठ हाल में ऑपर्चुनिटी इन फारेस्ट एंड अलाइड सेक्टर सत्र का आयोजन किया गया.

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Published : Feb 12, 2023, 2:21 PM IST

Updated : Feb 12, 2023, 6:31 PM IST

वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अरुण सक्सेना से ईटीवी भारत संवाददाता धीरज त्रिपाठी की खास बातचीत.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के वन व पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि योगीराज से पहले और अब के यूपी में बदलाव आ गया है. 2017 से पहले जहां से अंधेरा शुरू होता था, सड़कों पर गड्ढे शुरू होते थे, कानून व्यवस्था खराब थी, वह उत्तर प्रदेश होता था पर आज सब कुछ बदल गया. यहां एक्सप्रेस वे, हवाई अड्डे, कानून व्यवस्था की सुदृढ़ व्यवस्था है. उद्योगों का अब यहां सम्मान है. पहले निवेशक कानून व्यवस्था के कारण नहीं आता था, पर आज उसे सम्मान व सुरक्षा भी मिल रही है. उसका पैसा सुरक्षित ही नहीं, बल्कि तेजी से बढ़ भी रहा है. आपके सहयोग से 2027 या उससे पहले यूपी उत्तम से सर्वोत्तम प्रदेश बन जाएगा. वन मंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तीसरे दिन रविवार को वशिष्ठ हॉल-4 में 'सेशन ऑन अपॉर्च्युनिटी इन फॉरेस्ट एंड एलाइड सेक्टर' को संबोधित किया, वहीं वन व पर्यावरण विभाग को 20 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए.

उन्होंने आह्वान किया कि आप हमारे लोगों को रोजगार दीजिए, यकीन दिलाता हूं यूपी में इंडस्ट्री लगाने में कोई परेशानी नहीं होगी. अधिकारी से लेकर मंत्री तक सभी आपके साथ हैं. एमओयू, बिजली कनेक्शन, एनओसी, लैंड से जुड़ी कोई भी दिक्कत हो, हम आपकी मदद करेंगे. सम्मान के साथ बेहिचक होकर आइए, उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाइए.

प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री कृष्णपाल मलिक ने बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उद्यमियों को साधुवाद दिया. कहा कि आप प्रदेश में निवेश करेंगे तो पश्चाताप नहीं, बल्कि गौरव की अनुभूति होगी, क्योंकि यह चमकता उत्तर प्रदेश है. सीएम योगी के नेतृत्व में 2017 से लेकर अब तक यह प्रदेश उत्तम प्रदेश कहलाने लगा. 2027 तक सर्वोत्तम उत्तर प्रदेश बनाने में आपका भी सहयोग चाहिए. मौसम हो या माहौल, उद्योग हो या बाजार, यूपी निवेश का सबसे अच्छा गंतव्य है. मंत्री से लेकर अधिकारी तक सभी आपके साथ हैं. अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र में 20 हजार करोड़ के एमओयू हुए हैं. इस दौरान वसुधा फाउंडेशन के सीईओ श्रीनिवास कृष्णास्वामी, एईईई के वरिष्ठ निदेशक प्रमोद सिंह, जीआईजे़ड इंडिया की प्रोग्राम डायरेक्टर व टीम लीडर डॉ. रचना अरोरा और एमडीएफ के प्रेसिडेंट अशोक अग्रवाल ने भी विचार रखे. अंत में अतिथियों व आगंतुकों को ओडीओपी उपहार भेंट किए गए.

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तीसरे दिन वशिष्ठ हाल में अपॉर्चुनिटी इन फॉरेस्ट एंड अलाइड सेक्टर सत्र का आयोजन किया गया. इस सत्र में वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना सहित अन्य लोग शामिल हुए. वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि वन एवं पर्यावरण क्षेत्र में ₹10000 का निवेश कराने की योजना बनाई गई थी, जो बाद में बढ़ाकर हमने 15000 करोड़ रुपए कर दी थी, लेकिन हमारे जो एमओयू हस्ताक्षरित हुए हैं वह ₹20 हजार करोड़ से अधिक के हुए हैं. हमें उम्मीद है कि कुछ और एमओयू होंगे और निवेशक उत्तर प्रदेश में काम करेंगे. कोशिश कर रहे हैं कि हमारे विभाग से संबंधित जो इंडस्ट्री लगेगी उसमें युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिले और उत्तर प्रदेश के युवा बेहतर ढंग से अपना जीवन जी सकेंगे. लकड़ी इंडस्ट्री में लकड़ी का उपयोग होगा. इससे क्लाइमेट चेंज पर भी काफी सुधार होगा. इकोसिस्टम बेहतर होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा. उत्तर प्रदेश और तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ सकेगा. उत्तर प्रदेश बहुत जल्दी सर्वोत्तम प्रदेश बन सकेगा. वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना ने कहा कि हम एक कोशिश कर रहे हैं कि जितना ज्यादा पेड़ लगेंगे इतना ज्यादा पर्यावरण बेहतर होगा. टिंबर अब फर्नीचर में काम आ रहा है.

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के चेयरमैन अशोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि योगी सरकार में हम लोग बेहतर काम कर रहे हैं. नई लकड़ी लगाने में सब का फोकस है. उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था से सहूलियत मिल रही है. इसकी वजह से निवेशक उत्तर प्रदेश की तरफ आकर्षक हो रहे हैं. पहले लोग जानते थे कि बिजली नहीं आती थी, आज की तारीख में हर जगह बेहतर सुविधाएं हैं. हम सुरक्षित हैं. सबसे अच्छा भाव सुरक्षा को लेकर होता है, इसी वजह से लोग उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए आगे आ रहे हैं.

यह भी पढ़ें : Global Investors Summit 2023 : सेटेलाइट हो या ड्रोन दुनिया का कोई कैमरा नहीं देख सकेगा अगर हमारे जवानों ने पहना होगा यह सूट

वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अरुण सक्सेना से ईटीवी भारत संवाददाता धीरज त्रिपाठी की खास बातचीत.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के वन व पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि योगीराज से पहले और अब के यूपी में बदलाव आ गया है. 2017 से पहले जहां से अंधेरा शुरू होता था, सड़कों पर गड्ढे शुरू होते थे, कानून व्यवस्था खराब थी, वह उत्तर प्रदेश होता था पर आज सब कुछ बदल गया. यहां एक्सप्रेस वे, हवाई अड्डे, कानून व्यवस्था की सुदृढ़ व्यवस्था है. उद्योगों का अब यहां सम्मान है. पहले निवेशक कानून व्यवस्था के कारण नहीं आता था, पर आज उसे सम्मान व सुरक्षा भी मिल रही है. उसका पैसा सुरक्षित ही नहीं, बल्कि तेजी से बढ़ भी रहा है. आपके सहयोग से 2027 या उससे पहले यूपी उत्तम से सर्वोत्तम प्रदेश बन जाएगा. वन मंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तीसरे दिन रविवार को वशिष्ठ हॉल-4 में 'सेशन ऑन अपॉर्च्युनिटी इन फॉरेस्ट एंड एलाइड सेक्टर' को संबोधित किया, वहीं वन व पर्यावरण विभाग को 20 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए.

उन्होंने आह्वान किया कि आप हमारे लोगों को रोजगार दीजिए, यकीन दिलाता हूं यूपी में इंडस्ट्री लगाने में कोई परेशानी नहीं होगी. अधिकारी से लेकर मंत्री तक सभी आपके साथ हैं. एमओयू, बिजली कनेक्शन, एनओसी, लैंड से जुड़ी कोई भी दिक्कत हो, हम आपकी मदद करेंगे. सम्मान के साथ बेहिचक होकर आइए, उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाइए.

प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री कृष्णपाल मलिक ने बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उद्यमियों को साधुवाद दिया. कहा कि आप प्रदेश में निवेश करेंगे तो पश्चाताप नहीं, बल्कि गौरव की अनुभूति होगी, क्योंकि यह चमकता उत्तर प्रदेश है. सीएम योगी के नेतृत्व में 2017 से लेकर अब तक यह प्रदेश उत्तम प्रदेश कहलाने लगा. 2027 तक सर्वोत्तम उत्तर प्रदेश बनाने में आपका भी सहयोग चाहिए. मौसम हो या माहौल, उद्योग हो या बाजार, यूपी निवेश का सबसे अच्छा गंतव्य है. मंत्री से लेकर अधिकारी तक सभी आपके साथ हैं. अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र में 20 हजार करोड़ के एमओयू हुए हैं. इस दौरान वसुधा फाउंडेशन के सीईओ श्रीनिवास कृष्णास्वामी, एईईई के वरिष्ठ निदेशक प्रमोद सिंह, जीआईजे़ड इंडिया की प्रोग्राम डायरेक्टर व टीम लीडर डॉ. रचना अरोरा और एमडीएफ के प्रेसिडेंट अशोक अग्रवाल ने भी विचार रखे. अंत में अतिथियों व आगंतुकों को ओडीओपी उपहार भेंट किए गए.

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तीसरे दिन वशिष्ठ हाल में अपॉर्चुनिटी इन फॉरेस्ट एंड अलाइड सेक्टर सत्र का आयोजन किया गया. इस सत्र में वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना सहित अन्य लोग शामिल हुए. वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि वन एवं पर्यावरण क्षेत्र में ₹10000 का निवेश कराने की योजना बनाई गई थी, जो बाद में बढ़ाकर हमने 15000 करोड़ रुपए कर दी थी, लेकिन हमारे जो एमओयू हस्ताक्षरित हुए हैं वह ₹20 हजार करोड़ से अधिक के हुए हैं. हमें उम्मीद है कि कुछ और एमओयू होंगे और निवेशक उत्तर प्रदेश में काम करेंगे. कोशिश कर रहे हैं कि हमारे विभाग से संबंधित जो इंडस्ट्री लगेगी उसमें युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिले और उत्तर प्रदेश के युवा बेहतर ढंग से अपना जीवन जी सकेंगे. लकड़ी इंडस्ट्री में लकड़ी का उपयोग होगा. इससे क्लाइमेट चेंज पर भी काफी सुधार होगा. इकोसिस्टम बेहतर होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा. उत्तर प्रदेश और तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ सकेगा. उत्तर प्रदेश बहुत जल्दी सर्वोत्तम प्रदेश बन सकेगा. वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना ने कहा कि हम एक कोशिश कर रहे हैं कि जितना ज्यादा पेड़ लगेंगे इतना ज्यादा पर्यावरण बेहतर होगा. टिंबर अब फर्नीचर में काम आ रहा है.

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के चेयरमैन अशोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि योगी सरकार में हम लोग बेहतर काम कर रहे हैं. नई लकड़ी लगाने में सब का फोकस है. उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था से सहूलियत मिल रही है. इसकी वजह से निवेशक उत्तर प्रदेश की तरफ आकर्षक हो रहे हैं. पहले लोग जानते थे कि बिजली नहीं आती थी, आज की तारीख में हर जगह बेहतर सुविधाएं हैं. हम सुरक्षित हैं. सबसे अच्छा भाव सुरक्षा को लेकर होता है, इसी वजह से लोग उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए आगे आ रहे हैं.

यह भी पढ़ें : Global Investors Summit 2023 : सेटेलाइट हो या ड्रोन दुनिया का कोई कैमरा नहीं देख सकेगा अगर हमारे जवानों ने पहना होगा यह सूट

Last Updated : Feb 12, 2023, 6:31 PM IST
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