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यूपी में बाढ़ का कहर जारी, गंगा, घाघरा सहित कई नदियों ने मचाई तबाही - flood situation in UP

कई दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से यूपी में कई नदियां उफान पर हैं. प्रदेश की प्रमुख नदियों में आई बाढ़ से कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं, रिपोर्ट पढ़िए...

यूपी में बाढ़ का कहर
यूपी में बाढ़ का कहर
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Published : Oct 16, 2022, 7:52 PM IST

Updated : Oct 16, 2022, 9:04 PM IST

मऊ/उन्नाव/शाहजहांपुर(ईटीवी भारत डेस्क): कई दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से यूपी में कई नदियां उफान पर हैं. जिसकी वजह से प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ विभीषिका में किसानों की सैंकड़ों एकड़ फसलें समा गईं हैं. वहीं, दूसरी तरफ बाढ़ प्रभावित जिलों के लोग खाने और रहने की जुगत में इधर-उधर भटक रहे हैं. कुछ लोग घरों की छतों पर रहकर गुजारा कर रहे हैं, तो कुछ लोग सड़क के किनारे टेंट लगाकर रहने को मजबूर हैं. बाढ़ प्रभावित लोग अपने व जानवरों की खुराक पूरा करने के लिए काफी जद्दोजहद कर रहे हैं. हालांकि प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ व उनके कई मंत्री स्वयं बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं. सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावितों को हर संभव मदद देने का एलान किया है. वहीं स्थानीय प्रशासन भी लोगों की पूरी मदद करने की कोशिश रहा है.

मऊ में घाघरा नदी उफान पर, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बाढ़ प्रभावितों को बांटी राहत सामग्री
मऊ जिले के मधुबन और घोसी तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी का कहर जारी है. नदी में आयी बाढ़ से लगभग 5000 लोग प्रभावित हैं. रविवार को योगी सरकार के मंत्री एके शर्मा ने मऊ पहुंचकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने पीड़ितों का हाल जाना और 225 परिवारों को राहत सामग्री बांटी.

उन्नाव में चेतावनी बिंदु के ऊपर बह रही गंगा नदी
बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश और कानपुर के गंगा बैराज से छोड़े गए 2 लाख 52 हजार क्यूसेक पानी की वजह से गंगा नदी उफान पर है. उन्नाव में गंगा नदी चेतावनी बिंदु को पार चुकी है. गंगा का जलस्तर बढ़कर 112 मीटर से ऊपर पहुंच गया है. गंगा नदी में आई बाढ़ की वजह से जनपद के निचले व तटीय इलाकों में पानी भर गया है. उन्नाव उन्नाव अपूर्वा दुबे ने SDM को गंगा के बढ़ते जलस्तर पर निगरानी रखने के लिए निर्देशित किया है. उन्नाव सदर तहसील की नगर पालिका परिषद गंगाघाट के मोहल्ला गोताखोर, मोहम्मदनगर, शाहीनगर, रविदास नगर खंती में बाढ़ का पानी आ गया है.

उन्नाव में बाढ़ का कहर

बस्ती में सरयू नदी उफान पर
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. जिसकी वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रविवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री बांटने जा रहे बीजेपी के विधायक और उप जिला अधिकारी की नाव पलटने से बच गई. नाव पर सवार विधायक, एडीएम समेत कई प्रशासनिक अधिकारी नदी में डूबने से बाल-बाल बच गए.

कन्नौज में चेतावनी बिन्दु के ऊपर बह रही गंगागंगा का लगातार जल स्तर बढ़ने से तटवर्तीय गांव कासिमपुर कटरी में पानी पहुंच गया है. इससे गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. गांव में रहने वाले करीब 55 परिवार पलायन को मजबूर हैं. बाढ़ के पानी से किसानों की फसलें जलमग्न हो गईं हैं. गंगा का जलस्तर चेतावनी पार कर चुका है. रविवार को गंगा का जलस्तर 125. 480 मीटर दर्ज किया गया है. जबकि खतरे का निशान 126.240 है.

बाढ़ की चपेट में रामपुर के कई गांव, जिलाधिकारी ने लिया जायजा
रामपुर जनपद में कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. रविवार को जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांडड़ ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कटान का सामना करने वाले गांव के तटीय क्षेत्रों में मजबूत स्थाई बंध बनाए जाएंगे.

आजमगढ़ में घाघरा नदी ने तोड़ा बीते 24 साल का रिकॉर्ड
आजमगढ़ जिले में घाघरा नदी का रौंद्र रूप जारी है. तीन दिन पहले जिले में दाम महुला रिंग बांध टूट गया था. वही, रविवार को बदरहुआ नाले के पास बना टेकनपुर रिंग बांध टूटने से हाहाकार मच गया. रिंग बांध को दुरुस्त करने में ग्रामीणों व एनडीआरएफ की टीम कार्य में जुटी है. घाघरा नदी ने 24 साल के अपने पुराने रिकार्ड को तोड़ दिया है. जिला प्रशासन के आंकड़े के अनुसार कुल 67 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.

शाहजहांपुर में बाढ़ से हालात खराब, भोजन की तलाश में मशक्कत कर रहे लोग
शाहजहांपुर की सीमा से होकर गुजरने वाली 5 नदियां गंगा, रामगंगा बहगुल और खन्नौत उफान पर हैं. बाढ़ की वजह से जलालाबाद क्षेत्र के कई गांव का संपर्क टूट गया है. इसके अलावा नदी को पार करने वाला पैंटून पुल भी बह गया है. बाढ़ की चपेट में आकर किसानों की सैंकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो गई है. इसके अलावा कई संपर्क मार्ग भी बाढ़ के पानी से बह गए हैं. बाढ़ की वजह से लोगों को भोजन-पानी जुटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.



इसे पढ़ें- एटा पहुंचे सीएम योगी, 419 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की दी सौगात

मऊ/उन्नाव/शाहजहांपुर(ईटीवी भारत डेस्क): कई दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से यूपी में कई नदियां उफान पर हैं. जिसकी वजह से प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ विभीषिका में किसानों की सैंकड़ों एकड़ फसलें समा गईं हैं. वहीं, दूसरी तरफ बाढ़ प्रभावित जिलों के लोग खाने और रहने की जुगत में इधर-उधर भटक रहे हैं. कुछ लोग घरों की छतों पर रहकर गुजारा कर रहे हैं, तो कुछ लोग सड़क के किनारे टेंट लगाकर रहने को मजबूर हैं. बाढ़ प्रभावित लोग अपने व जानवरों की खुराक पूरा करने के लिए काफी जद्दोजहद कर रहे हैं. हालांकि प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ व उनके कई मंत्री स्वयं बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं. सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावितों को हर संभव मदद देने का एलान किया है. वहीं स्थानीय प्रशासन भी लोगों की पूरी मदद करने की कोशिश रहा है.

मऊ में घाघरा नदी उफान पर, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बाढ़ प्रभावितों को बांटी राहत सामग्री
मऊ जिले के मधुबन और घोसी तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी का कहर जारी है. नदी में आयी बाढ़ से लगभग 5000 लोग प्रभावित हैं. रविवार को योगी सरकार के मंत्री एके शर्मा ने मऊ पहुंचकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने पीड़ितों का हाल जाना और 225 परिवारों को राहत सामग्री बांटी.

उन्नाव में चेतावनी बिंदु के ऊपर बह रही गंगा नदी
बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश और कानपुर के गंगा बैराज से छोड़े गए 2 लाख 52 हजार क्यूसेक पानी की वजह से गंगा नदी उफान पर है. उन्नाव में गंगा नदी चेतावनी बिंदु को पार चुकी है. गंगा का जलस्तर बढ़कर 112 मीटर से ऊपर पहुंच गया है. गंगा नदी में आई बाढ़ की वजह से जनपद के निचले व तटीय इलाकों में पानी भर गया है. उन्नाव उन्नाव अपूर्वा दुबे ने SDM को गंगा के बढ़ते जलस्तर पर निगरानी रखने के लिए निर्देशित किया है. उन्नाव सदर तहसील की नगर पालिका परिषद गंगाघाट के मोहल्ला गोताखोर, मोहम्मदनगर, शाहीनगर, रविदास नगर खंती में बाढ़ का पानी आ गया है.

उन्नाव में बाढ़ का कहर

बस्ती में सरयू नदी उफान पर
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. जिसकी वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रविवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री बांटने जा रहे बीजेपी के विधायक और उप जिला अधिकारी की नाव पलटने से बच गई. नाव पर सवार विधायक, एडीएम समेत कई प्रशासनिक अधिकारी नदी में डूबने से बाल-बाल बच गए.

कन्नौज में चेतावनी बिन्दु के ऊपर बह रही गंगागंगा का लगातार जल स्तर बढ़ने से तटवर्तीय गांव कासिमपुर कटरी में पानी पहुंच गया है. इससे गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. गांव में रहने वाले करीब 55 परिवार पलायन को मजबूर हैं. बाढ़ के पानी से किसानों की फसलें जलमग्न हो गईं हैं. गंगा का जलस्तर चेतावनी पार कर चुका है. रविवार को गंगा का जलस्तर 125. 480 मीटर दर्ज किया गया है. जबकि खतरे का निशान 126.240 है.

बाढ़ की चपेट में रामपुर के कई गांव, जिलाधिकारी ने लिया जायजा
रामपुर जनपद में कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. रविवार को जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांडड़ ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कटान का सामना करने वाले गांव के तटीय क्षेत्रों में मजबूत स्थाई बंध बनाए जाएंगे.

आजमगढ़ में घाघरा नदी ने तोड़ा बीते 24 साल का रिकॉर्ड
आजमगढ़ जिले में घाघरा नदी का रौंद्र रूप जारी है. तीन दिन पहले जिले में दाम महुला रिंग बांध टूट गया था. वही, रविवार को बदरहुआ नाले के पास बना टेकनपुर रिंग बांध टूटने से हाहाकार मच गया. रिंग बांध को दुरुस्त करने में ग्रामीणों व एनडीआरएफ की टीम कार्य में जुटी है. घाघरा नदी ने 24 साल के अपने पुराने रिकार्ड को तोड़ दिया है. जिला प्रशासन के आंकड़े के अनुसार कुल 67 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.

शाहजहांपुर में बाढ़ से हालात खराब, भोजन की तलाश में मशक्कत कर रहे लोग
शाहजहांपुर की सीमा से होकर गुजरने वाली 5 नदियां गंगा, रामगंगा बहगुल और खन्नौत उफान पर हैं. बाढ़ की वजह से जलालाबाद क्षेत्र के कई गांव का संपर्क टूट गया है. इसके अलावा नदी को पार करने वाला पैंटून पुल भी बह गया है. बाढ़ की चपेट में आकर किसानों की सैंकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो गई है. इसके अलावा कई संपर्क मार्ग भी बाढ़ के पानी से बह गए हैं. बाढ़ की वजह से लोगों को भोजन-पानी जुटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.



इसे पढ़ें- एटा पहुंचे सीएम योगी, 419 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की दी सौगात

Last Updated : Oct 16, 2022, 9:04 PM IST
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