लखनऊ: प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है, ऐसे में योगी सरकार ने टीकाकरण बढ़ाने का फैसला लिया है. इसके तहत यूपी में प्रतिदन सात लाख लोगों को वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य तय किया गया है. जबकि हेल्थ वर्करों की सुस्ती, लाभार्थियों में जागरूकता के अभाव के कारण लक्ष्य पूरा नहीं पा रहा है. ऐसे में मंगलवार को पांच लाख को ही वैक्सीन लगाई जा सकी है.
प्रतिदिन 7 लाख लोगों को वैक्सीनेशन का लक्ष्य
बता दें कि यूपी में जनवरी में कोरोना का वैक्सीनेशन शुरू हुआ था. सरकार ने पहले हेल्थ वर्करों के टीकाकरण का फैसला लिया, इसके बाद फ्रंट वर्करों के वैक्सीनेशन शुरू किया गया. वहीं अब 45 साल से ज्यादा सभी लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है. इसके लिए डॉक्टर से बीमारी के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है. जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, सीएचसी में सप्ताह में छह कार्यदिवसों में वैक्सीन लगाई जा रही है. राजकीय व अन्य अवकाश पड़ने पर भी वैक्सीनेशन का आदेश दिया गया है. पीएचसी, हेल्थ वेलनेस सेंटर पर भी वैक्सीन लगाई जा रही है. मंगलवार को पांच लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का दावा किया गया. हालांकि यह अब तक का सर्वाधिक है.
हांलांकि लक्ष्य से कम टीकाकरण होने के बावजूद भी यूपी देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां सबसे ज्यादा लोगों का कोरोना वैक्सीन लगायी गयी है. एक दिन में पांच लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन का रिकॉर्ड यूपी के नाम दर्ज हो गया है. कोविन पोर्टल पर भी उत्तरप्रदेश पहले स्थान पर है. दूसरे और तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र और राजस्थान हैं.
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वैक्सीनेशन के अभी यह है नियम
- सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय व सीएचसी पर सोमवार से शनिवार तक .
- रविवार और राजकीय अवकाश के दिन लगेगी वैक्सीन.
- पीएचसी-हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सोमवार, गुरुवार व शुक्रवार को वैक्सीनेशन.
- कोविन पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व सेंटर पर ऑफ लाइन पंजीकरण.
- को-वैक्सीन, दूसरा नाम है कोविड-शील्ड वैक्सीन लगाई जा रही है.
- जिन लोगों ने को-वैक्सीन लगवाई है, उनकी दूसरी डोज चार सप्ताह के बाद लगेगी.
- कोविड शील्ड लगवाई है तो दूसरी डोज छह से आठ सप्ताह के बीच लगेगी.