लखनऊ: राजधानी में कोरोना का प्रसार तेजी से हो रहा है. प्रतिदिन यहां कोरोना के आंकड़ों में रिकार्ड बढ़ोतरी हो रही है. इसे देखते हुए प्रशासन ने लखनऊ के चार थानों में पांच दिन के लिए पूर्णरूप से लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. वहीं इसे लेकर जब इन इलाकों के व्यापारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि इस लॉकडाउन से 10 हजार व्यापारी प्रभावित होंगे.
व्यापारी हुए ज्यादा प्रभावित
4 थाना क्षेत्रों में 5 दिनों के लिए लागू हुए पूर्ण लॉकडाउन पर ईटीवी भारत ने क्षेत्र के व्यापारियों से राय ली. इस पर भूतनाथ व्यापार मंडल के अध्यक्ष और लखनऊ व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता ने कहा कि 3 महीने में सबसे ज्यादा अगर कोई प्रभावित हुआ है तो वह व्यापारी वर्ग है. अब जब रक्षाबंधन और बकरीद सिर पर है तो प्रशासन ने पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है. हमारी जो कुछ उम्मीद थी वह भी अब खत्म हो गई है.
पहले होनी चाहिए थी सख्ती
देवेंद्र गुप्ता ने कहा कि हालात को देखते हुए प्रशासन को पहले ही सख्ती करनी चाहिए थी. दुकानदार तो ग्राहकों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखते हैं, लेकिन फुटपाथ और मंडी में काम करने वाले लोगों को छूट दी जाती है. यह लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं करते. सबसे ज्यादा खतरा इन्हीं लोगों से है और प्रशासन ने आज भी इन्हीं लोगों को छूट दे रखी है.
सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं
भूतनाथ व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष ने कहा कि सरकार की तरफ से कोई छूट और राहत नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा अगर प्रशासन को लॉकडाउन लगाना है तो एक साथ पूरे शहर में लगा दिया जाए. जिससे सभी लोग संतुष्ट रहेंगे. आज इस इलाके में कल उस इलाके में लॉकडाउन लगाया जाता है, इससे व्यापारियों में निराशा पनपती है.
10 हजार व्यापारी होंगे प्रभावित
देवेंद्र गुप्ता ने कहा इन 5 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है, उससे क्षेत्र के करीब 8 से 10 हजार व्यापारी बुरी तरह से प्रभावित होंगे. व्यापारियों ने सोचा था कि इन दिनों में हम नुकसान की भरपाई कर लेंगे, लेकिन अब सारे सपने टूट गए हैं. वहीं भूतनाथ क्षेत्र के चिकन व्यापारी संदीप रस्तोगी ने कहा कि हम सभी बुरे दौर से गुजर रहे हैं. घर का पैसा अब खर्च हो रहा है. कमाई बिल्कुल बंद हो गयी है. अब जीने मरने का सवाल पैदा हो गया है. वहीं जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने इन क्षेत्रों के लिए सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सभी नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए.
लॉकडाउन लगने से 8 से 10 हजार व्यापारी बुरी तरह होंगे प्रभावितः लखनऊ व्यापार मंडल - लखनऊ समाचार
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इस वजह से जिला प्रशासन ने शहर के चार थाना क्षेत्रों में पांच दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया है.
लखनऊ: राजधानी में कोरोना का प्रसार तेजी से हो रहा है. प्रतिदिन यहां कोरोना के आंकड़ों में रिकार्ड बढ़ोतरी हो रही है. इसे देखते हुए प्रशासन ने लखनऊ के चार थानों में पांच दिन के लिए पूर्णरूप से लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. वहीं इसे लेकर जब इन इलाकों के व्यापारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि इस लॉकडाउन से 10 हजार व्यापारी प्रभावित होंगे.
व्यापारी हुए ज्यादा प्रभावित
4 थाना क्षेत्रों में 5 दिनों के लिए लागू हुए पूर्ण लॉकडाउन पर ईटीवी भारत ने क्षेत्र के व्यापारियों से राय ली. इस पर भूतनाथ व्यापार मंडल के अध्यक्ष और लखनऊ व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता ने कहा कि 3 महीने में सबसे ज्यादा अगर कोई प्रभावित हुआ है तो वह व्यापारी वर्ग है. अब जब रक्षाबंधन और बकरीद सिर पर है तो प्रशासन ने पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है. हमारी जो कुछ उम्मीद थी वह भी अब खत्म हो गई है.
पहले होनी चाहिए थी सख्ती
देवेंद्र गुप्ता ने कहा कि हालात को देखते हुए प्रशासन को पहले ही सख्ती करनी चाहिए थी. दुकानदार तो ग्राहकों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखते हैं, लेकिन फुटपाथ और मंडी में काम करने वाले लोगों को छूट दी जाती है. यह लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं करते. सबसे ज्यादा खतरा इन्हीं लोगों से है और प्रशासन ने आज भी इन्हीं लोगों को छूट दे रखी है.
सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं
भूतनाथ व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष ने कहा कि सरकार की तरफ से कोई छूट और राहत नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा अगर प्रशासन को लॉकडाउन लगाना है तो एक साथ पूरे शहर में लगा दिया जाए. जिससे सभी लोग संतुष्ट रहेंगे. आज इस इलाके में कल उस इलाके में लॉकडाउन लगाया जाता है, इससे व्यापारियों में निराशा पनपती है.
10 हजार व्यापारी होंगे प्रभावित
देवेंद्र गुप्ता ने कहा इन 5 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है, उससे क्षेत्र के करीब 8 से 10 हजार व्यापारी बुरी तरह से प्रभावित होंगे. व्यापारियों ने सोचा था कि इन दिनों में हम नुकसान की भरपाई कर लेंगे, लेकिन अब सारे सपने टूट गए हैं. वहीं भूतनाथ क्षेत्र के चिकन व्यापारी संदीप रस्तोगी ने कहा कि हम सभी बुरे दौर से गुजर रहे हैं. घर का पैसा अब खर्च हो रहा है. कमाई बिल्कुल बंद हो गयी है. अब जीने मरने का सवाल पैदा हो गया है. वहीं जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने इन क्षेत्रों के लिए सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सभी नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए.