लखनऊ: लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर भड़काऊ और अफवाह फैलाने वाली आपत्तिजनक पोस्ट पर साइबर क्राइम पैनी नजर बनाए हुए है. पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
केसरबाग में एक युवक ने अपने ट्विटर हैंडल पर पीएम मोदी की फोटो के साथ एक पोस्ट डाला था. पोस्ट में लिखा था कि सरकार ने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता का दर्जा नहीं दिया था, यह गलत है. युवक के खिलाफ केसर बाग में एक एफआईआर दर्ज की गई है.
कुछ लोगों ने बनारस में क्वारंटाइन सेंटर में मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर गलत सूचना फैलाई और कुछ लोगों ने निजामुद्दीन मरकज से मेरठ लौटने के बाद पुलिस ने कोरोना वायरस से संक्रमित परीक्षण के दौरान नाबालिक के साथ मारपीट की फर्जी खबर पोस्ट की. ऐसे तीन लोगों पर महानगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की हैं.
एडीसीपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया गया कि मोदी बनकर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले और कोविड-19 की महामारी के दौरान भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ साइबर क्राइम की गाइडलाइन में महानगर पुलिस स्टेशन में आईटी एक्ट के तहत 3 मुकदमा दर्ज किया गया है.