लखनऊ: राजधानी लखनऊ में 13 विदेशियों के खिलाफ धारा 188, धारा (तीन) महामारी अधिनियम, पासपोर्ट अधिनियम व 14(सी) विदेशी अधिनियम के तहत कैसरबाग थाना व मड़ियाव थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. इन लोगों के ऊपर कोरोना वायरस को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप है.
दरअसल निजामुद्दीन मरकज से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज मिलने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में ऐसे लोगों की पहचान की जा रही थी जो विदेशों से आकर यहां पर रहे हैं और कोरोना वायरस को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं. ऐसे में राजधानी लखनऊ में कैसरबाग के अमीनाबाद मरकज मस्जिद में जमात के व्यवस्थापक अली हसन के खिलाफ भी कैसरबाग थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
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वहीं अली हसन के साथ-साथ मरकज में शामिल हुए किर्गिस्तान के 6 विदेशियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही मंडियाव थाने में भी कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी के दौरान लापरवाही बरतने व सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन का पालन न करने पर 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इनमें 7 विदेशी नागरिक शामिल हैं.