लखनऊ: लोहिया संस्थान में चिकित्सकों और अधिवक्ताओं के बीच मारपीट का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि मारपीट के दौरान चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज के छात्रों और कर्मचारियों को बुला लिया तो अधिवक्ता भी लामबंद हो गए. मारपीट की सूचना पर पहुंची पुलिस ने काफी प्रयास के बाद स्थिति को नियंत्रण में किया. पुलिस ने 10 चिकित्साकर्मियों को थाने में बैठा लिया है.
दरअसल, डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सक लोहिया अस्पताल परिसर में सोमवार रात टहल रहे थे. आरोप है कि इस दौरान कुछ अधिवक्ता कार से आए और उन्होंने एक डॉक्टर के पैर पर कार चढ़ा दी. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया. चिकित्सकों ने जब इसका विरोध किया तो अधिवक्ताओं ने फिर उसी डॉक्टर को पकड़कर दोबारा कार चढ़ाने का प्रयास किया.
डॉक्टर के चीखने पर संस्थान के अन्य चिकित्सक, चिकित्सा कर्मी और मेडिकल कॉलेज के छात्र मौके पर पहुंच गए. मामला गरमाता देख अधिवक्ताओं ने भी अपने साथियों को बुला लिया. इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई. करीब घंटे भर दोनों पक्षों में बवाल चलता रहा. सूचना मिलने पर विभूति खंड पुलिस मौके पर पहुंच गई. काफी प्रयास के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रिण में किया.
पुलिस लोहिया संस्थान के 10 कर्मचारियों को अपने साथ थाने ले गई. अभी उन्हें थाने में बैठाए रखा गया है. हालांकि देर शाम तक किसी भी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं दी गई है. दोनों पक्षों में समझौते का प्रयास चल रहा है. मामले को लेकर लोहिया संस्थान के निदेशक प्रोफेसर ए.के त्रिपाठी ने बताया कि चिकित्सक का कहना है कि अधिवक्ताओं ने उस पर कार चलाने का प्रयास किया. इसी बात को लेकर विवाद हुआ था. पुलिस अपने स्तर से कार्रवाई कर रही है. परिसर में वाहन चलाना ठीक नहीं है. जरूरत पड़ी तो चिकित्सकों एवं अधिवक्ताओं से बात की जाएगी.