लखनऊ: सिंचाई न होने से त्रस्त मलिहाबाद के किसान आज से आमरण अनशन करने जा रहे हैं. सरकारी व्यवस्था से त्रस्त किसान अपनी समस्याओं का हल न होने तक नहर पटरी पर अन्न-जल त्याग कर जिम्मेदारों तक अपनी बात पहुंचाएंगे.
अपनी समस्याओं के संबंध में भदेसरमऊ के किसान 3 दिन पहले एसडीएम मलिहाबाद को एक पत्र के माध्यम से जानकारी दे चुके हैं. भदेसरमऊ के किसान संतोष कुमार मौर्य सहित दर्जनों किसानों ने 3 सितंबर को उपजिलाधिकारी और सहायक अभियंता शारदा नहर खंड हरदोई को पत्र सौंपा था. साथ ही समस्याओं से अवगत कराते हुए बताया कि गांव के तीनों तरफ नहर होने के बावजूद उनकी धान और गेंदा की फसल बिना पानी के सूख रही है. सिंचाई विभाग से कई बार लिखित और मौखिक अनुरोध के बावजूद किसानों की समस्याओं पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया.
- रुसेना माइनर की नहर से होती से पानी की सप्लाई.
- पानी के अभाव में सूख रही धान और गेंदा की फसल.
संतोष कुमार मौर्य, बुद्धा, देवेंद्र, राम औतार यादव, मैकू लाल यादव सहित दर्जनों किसानों ने कहा था कि फसलें नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई है. परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है. इससे अच्छा है कि वो लोग अपना जीवन त्याग देंं. इसी क्रम में सोमवार से काफी संख्या में किसान कसमण्डी रजबहा और हटौली माइनर पर आमरण अनशन शुरू करने वाले हैं. समस्या का समाधान न होने तक आमरण अनशन चलता रहेगा.
बता दें कि मलिहाबाद क्षेत्र की रुसेना माइनर की नहर से क्षेत्र की सैकड़ों हेक्टेयर नहर आधारित खेती की जाती है. क्षेत्र के किसान तेजपाल, जयपाल, परसादी, सतीश कुमार सहित सैकड़ों किसानों का कहना है कि नहर में जरूरत के समय पानी नहीं छोड़ा जाता है. नहर में पानी नहीं छोड़ा गया तो चुप नहीं बैठेंगे. सखाईखेड़ा, जगातीखेड़ा, मोहज्जीपुर, बेलवारखेड़ा, चैना रुसेना, गोझीहार जौरिया सहित लगभग एक दर्जन गांव के किसानों की फसल पानी के अभाव में सूख रही है. किसानों का कहना है कि अगर नहर में पानी अविलंब नहीं छोड़ा गया तो वो आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे.