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धान क्रय नीति घोषित, कॉमन धान बिकेगा 1940 रुपये प्रति कुन्तल - लखनऊ समाचार

प्रदेश में धान क्रय नीति के अनुसार, समर्थन मूल्य के तहत कॉमन धान श्रेणी 1940 रुपये प्रति कुन्तल तथा ग्रेड-ए के धान का मूल्य 1960 रुपये प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है.

धान क्रय नीति 2021-22 जारी
धान क्रय नीति 2021-22 जारी
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Published : Sep 17, 2021, 10:25 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत किसानों को उनकी उपज का उचित एवं लाभकारी मूल्य उपलब्ध कराने के उद्देश्य से धान खरीद किये जाने का निर्णय लिया है. इस उद्देश्य से किसानों से धान खरीद किए जाने की प्रक्रिया एक अक्टूबर, 2021 से शुरू होगी. इस सम्बन्ध में धान क्रय नीति जारी कर दी गई है, जिसके अनुसार इस बार विभिन्न श्रेणी के धान के समर्थन मूल्य के तहत कॉमन धान श्रेणी 1940 रुपये प्रति कुन्तल तथा ग्रेड-ए के धान का मूल्य 1960 रुपये प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है.


प्रदेश की खाद्य प्रमुख सचिव वीना कुमारी ने आज जारी बयान में बताया कि सम्भाग लखनऊ के जनपद हरदोई, लखीमपुर तथा सम्भाग बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़ तथा झांसी में धान क्रय की अवधि 1 अक्टूबर से 31 जनवरी 2022 तक तथा लखनऊ सम्भाग के जनपद लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली, उन्नाव व चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर एवं प्रयागराज मण्डलों में 1 नवम्बर, 2021 से 28 फरवरी, 2022 तक धान की खरीद की जाएगी.


प्रमुख सचिव ने बताया कि धान क्रय के लिए केन्द्र प्रातः 9ः00 बजे से शाम 5ः00 बजे तक खोले जाएंगे. जिलाधिकारी, स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार क्रय केन्द्र के खुलने एवं बन्द करने के समय में आवश्यक परिवर्तन कर सकेंगे. किसानों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से रविवार एवं राजपत्रित अवकाशों को छोड़कर शेष कार्य दिवसों में धान केन्द्र खुले रहेंगे.

इसे भी पढ़ें-जीएसटी काउंसिल बैठकः पेट्रोल-डीजल को GST के दायरे में लाने पर नहीं बनी सहमति

प्रमुख सचिव वीना कुमारी ने बताया कि इस वर्ष प्रदेश के लिए 70 लाख मीट्रिक टन धान क्रय का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए 4000 क्रय केन्द्र खोला जाना प्रस्तावित है. प्रमुख सचिव ने बताया कि किसानों की सुविधा के दृष्टिगत स्थायी धान क्रय केन्द्र स्थल बनाये जाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इसके लिए यह प्रयास किया जाएगा कि खाद्य विभाग, पीसीएफ व भारतीय खाद्य निगम के केन्द्र एक निश्चित स्थान पर ही खोले जायें. क्रय केन्द्रों की रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन सेन्टर के माध्यम से जियो टैगिंग की जाएगी. जनपद में स्थापित सभी एजेन्सियों के क्रय केन्द्रों का नाम व पता, केन्द्र की लोकेशन, केन्द्र प्रभारी का नाम व मोबाइल नम्बर इत्यादि विवरण जिले की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा. इसकी सूचना एसएमएस के माध्यम से किसानों को पंजीकरण के समय ही उपलब्ध करायी जाएगी. प्रमुख सचिव ने बताया कि क्रय केन्द्र ऐसे स्थान पर स्थापित किए जाएंगे. जहां धान की अच्छी आवक एवं खरीद की अच्छी सम्भावना हो तथा किसानों को अपना धान बेचने के लिए अधिक दूरी न तय करनी पड़े. उन्होंने बताया कि धान खरीद से संबंधित शिकायतें व सुझाव का पंजीकरण टोल फ्री नं0-1800-1800-150 पर दर्ज करायी जा सकेंगी.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत किसानों को उनकी उपज का उचित एवं लाभकारी मूल्य उपलब्ध कराने के उद्देश्य से धान खरीद किये जाने का निर्णय लिया है. इस उद्देश्य से किसानों से धान खरीद किए जाने की प्रक्रिया एक अक्टूबर, 2021 से शुरू होगी. इस सम्बन्ध में धान क्रय नीति जारी कर दी गई है, जिसके अनुसार इस बार विभिन्न श्रेणी के धान के समर्थन मूल्य के तहत कॉमन धान श्रेणी 1940 रुपये प्रति कुन्तल तथा ग्रेड-ए के धान का मूल्य 1960 रुपये प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है.


प्रदेश की खाद्य प्रमुख सचिव वीना कुमारी ने आज जारी बयान में बताया कि सम्भाग लखनऊ के जनपद हरदोई, लखीमपुर तथा सम्भाग बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़ तथा झांसी में धान क्रय की अवधि 1 अक्टूबर से 31 जनवरी 2022 तक तथा लखनऊ सम्भाग के जनपद लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली, उन्नाव व चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर एवं प्रयागराज मण्डलों में 1 नवम्बर, 2021 से 28 फरवरी, 2022 तक धान की खरीद की जाएगी.


प्रमुख सचिव ने बताया कि धान क्रय के लिए केन्द्र प्रातः 9ः00 बजे से शाम 5ः00 बजे तक खोले जाएंगे. जिलाधिकारी, स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार क्रय केन्द्र के खुलने एवं बन्द करने के समय में आवश्यक परिवर्तन कर सकेंगे. किसानों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से रविवार एवं राजपत्रित अवकाशों को छोड़कर शेष कार्य दिवसों में धान केन्द्र खुले रहेंगे.

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प्रमुख सचिव वीना कुमारी ने बताया कि इस वर्ष प्रदेश के लिए 70 लाख मीट्रिक टन धान क्रय का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए 4000 क्रय केन्द्र खोला जाना प्रस्तावित है. प्रमुख सचिव ने बताया कि किसानों की सुविधा के दृष्टिगत स्थायी धान क्रय केन्द्र स्थल बनाये जाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इसके लिए यह प्रयास किया जाएगा कि खाद्य विभाग, पीसीएफ व भारतीय खाद्य निगम के केन्द्र एक निश्चित स्थान पर ही खोले जायें. क्रय केन्द्रों की रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन सेन्टर के माध्यम से जियो टैगिंग की जाएगी. जनपद में स्थापित सभी एजेन्सियों के क्रय केन्द्रों का नाम व पता, केन्द्र की लोकेशन, केन्द्र प्रभारी का नाम व मोबाइल नम्बर इत्यादि विवरण जिले की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा. इसकी सूचना एसएमएस के माध्यम से किसानों को पंजीकरण के समय ही उपलब्ध करायी जाएगी. प्रमुख सचिव ने बताया कि क्रय केन्द्र ऐसे स्थान पर स्थापित किए जाएंगे. जहां धान की अच्छी आवक एवं खरीद की अच्छी सम्भावना हो तथा किसानों को अपना धान बेचने के लिए अधिक दूरी न तय करनी पड़े. उन्होंने बताया कि धान खरीद से संबंधित शिकायतें व सुझाव का पंजीकरण टोल फ्री नं0-1800-1800-150 पर दर्ज करायी जा सकेंगी.

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