लखनऊ : कानपुर रोड स्थित कृष्णलोक कॉलोनी में रहने वाले विनीत द्विवेदी की 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी कीर्ति उर्फ इष्टी अभी से IIT JEE मेंस की तैयारी करती थी. उसका सपना था ऐरोनॉटिक इंजीनियर बनकर अंतरिक्ष के रहस्यों को सुलझाना और भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन करना. इन सपनों को हमेशा के लिए बुझाने का काम उस बिजली विभाग की लापरवाही ने किया जिस पर जिम्मा है सारे शहर में उजाला फलाने का. 5 अगस्त 2023 को आकाश इंस्टिट्यूट से कोचिंग करके घर लौट रही कीर्ति को फिनिक्स माल के पास एक बिजली के पोल ने अपने चपेट में ले लिया और चंद सेकेंड के भीतर ही उसकी मौत हो गई.
सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने इस संबंध में पत्र लिखकर ऊर्जामंत्री और मुख्यमंत्री को प्रकरण से अवगत कराया. इसके अलावा विधानसभा पटल पर भी नियम 51 के अंतर्गत घटना को रखकर जिम्मेदारों को जबाबदेही और दंड सुनिश्चित करने की मांग की. सरोजनीनगर विधायक के प्रयासों से नगर निगम द्वारा घटना की विस्तृत जांच करवाई गई और पोल पर LED फिटिंग व अनुरक्षण का काम करने वाली EESL कंपनी पर लापरवाही पूर्वक फिटिंग जोड़ने के लिए FIR सुनिश्चित हुई व मृतका के परिजनों त्वरित राहत के लिए 6 लाख की आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई गई. इसके अलावा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह का प्रयास मुख्यमंत्री राहत कोष से भी कीर्ति के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाना है.
इस संबंध में डॉ. राजेश्वर सिंह का कहना है कि 'किसी भी लापरवाही को नजरअंदाज किया जाता है तो उन घटनाओं की पुनरावृत्ति बढ़ती ही जाती है, इसलिए जिम्मेदारों को कठोरतम सजा दिलाया जाना जरूरी है. सच है इन प्रयासों से किसी परिवार को उसकी कीर्ति तो वापस नहीं दिलाई जा सकती, लेकिन जिम्मेदारों को सजा दिलाने और सरकारी सहायता दिलाने से उनके दुखों पर मरहम जरूर लगाया जा सकता है.'
छात्रा के परिजनों को मिला छह लाख का मुआवजा, दर्ज हुई FIR
सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के कृष्णालोक काॅलोनी में रहने वाली छात्रा की फीनिक्स माॅल के पास पोल में करंट आने से मौत हो गई थी. मामले को विधायक राजेश्वर सिंह ने प्रमुखता से उठाया.
लखनऊ : कानपुर रोड स्थित कृष्णलोक कॉलोनी में रहने वाले विनीत द्विवेदी की 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी कीर्ति उर्फ इष्टी अभी से IIT JEE मेंस की तैयारी करती थी. उसका सपना था ऐरोनॉटिक इंजीनियर बनकर अंतरिक्ष के रहस्यों को सुलझाना और भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन करना. इन सपनों को हमेशा के लिए बुझाने का काम उस बिजली विभाग की लापरवाही ने किया जिस पर जिम्मा है सारे शहर में उजाला फलाने का. 5 अगस्त 2023 को आकाश इंस्टिट्यूट से कोचिंग करके घर लौट रही कीर्ति को फिनिक्स माल के पास एक बिजली के पोल ने अपने चपेट में ले लिया और चंद सेकेंड के भीतर ही उसकी मौत हो गई.
सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने इस संबंध में पत्र लिखकर ऊर्जामंत्री और मुख्यमंत्री को प्रकरण से अवगत कराया. इसके अलावा विधानसभा पटल पर भी नियम 51 के अंतर्गत घटना को रखकर जिम्मेदारों को जबाबदेही और दंड सुनिश्चित करने की मांग की. सरोजनीनगर विधायक के प्रयासों से नगर निगम द्वारा घटना की विस्तृत जांच करवाई गई और पोल पर LED फिटिंग व अनुरक्षण का काम करने वाली EESL कंपनी पर लापरवाही पूर्वक फिटिंग जोड़ने के लिए FIR सुनिश्चित हुई व मृतका के परिजनों त्वरित राहत के लिए 6 लाख की आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई गई. इसके अलावा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह का प्रयास मुख्यमंत्री राहत कोष से भी कीर्ति के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाना है.
इस संबंध में डॉ. राजेश्वर सिंह का कहना है कि 'किसी भी लापरवाही को नजरअंदाज किया जाता है तो उन घटनाओं की पुनरावृत्ति बढ़ती ही जाती है, इसलिए जिम्मेदारों को कठोरतम सजा दिलाया जाना जरूरी है. सच है इन प्रयासों से किसी परिवार को उसकी कीर्ति तो वापस नहीं दिलाई जा सकती, लेकिन जिम्मेदारों को सजा दिलाने और सरकारी सहायता दिलाने से उनके दुखों पर मरहम जरूर लगाया जा सकता है.'