लखनऊ: सरकारी विभाग में काम करवाने के लिए एक व्यक्ति ने अलग ही रास्ता निकाला था. पुलिस गिरफ्त में आए हुए व्यक्ति ने प्रशासनिक अधिकारी सीरीज के नम्बर को पहले महंगे दामों पर खरीदा. इसके बाद उस नंबर का स्तेमाल सरकारी विभाग में तैनात अधिकारियों को फोन कर लोगों का काम करवाने का दबाव बनाने लगा. इसके एवज में यह आरोपी लोगों से रुपया भी लिया करता था. पुलिस आरोपी व्यक्ति को बुधवार की शाम गिरफ्तार करने के बाद जांच शुरू कर दी है.
बता दें कि, 13 जुलाई को लोक निर्माण विभाग के सचिव समीर वर्मा पर प्रशासनिक अधिकारी सीरीज के मोबाइल नंबर से 8601888... पर फोन किया और काम करने का दबाव बनाने लगा. आरोपी ने फोन करने के दौरान खुद को मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के विशेष कार्याधिकारी अभिषेक कौशिक नाम बताया. जिसके बाद ही लोक निर्माण विभाग सचिव समीर वर्मा ने इस बात की जानकारी कर अभिषेक कौशिक से मुलाकात की.
इस दौरान अभिषेक कौशिक ने किसी तरह का किसी को भी फोन करने की बात नहीं कही, लेकिन इस बात की जानकारी लगते ही अभिषेक कौशिक ने शिकायती पत्र देते हुए गौतमपल्ली थाना में 16 अगस्त को मुकदमा दर्ज कराया था. इसके साथ ही इस मामले की कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार करने की बात कही थी.
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इंस्पेक्टर गौतमपल्ली रत्नेश कुमार सिंह ने बताया कि 16 अगस्त को अधिकारियों के आदेश पर मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी अभिषेक कौशिक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था. इसमें आरोप लगाया गया था कि, उनका नाम इस्तेमाल करते हुए सरकारी सीयूजी नम्बर की सीरीज से फोन कर लोक निर्माण विभाग के सचिव पर किसी कार्य को करने का दबाव बनाया जा रहा है.
इस मामले पर कार्रवाई शुरू की गई तो विवेचना में यह नंबर सीतापुर के रहने वाले कुंवर नीरज चौधरी के नाम पर रजिस्टर्ड मिला. जिसके बाद आरोपी युवक की तलाश की जा रही थी, इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर गोमती रिवर फ्रंट के पास से आरोपी को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा आरोपी नीरज ने सरकारी विभाग में काम करवाने का दबाव डालने की बात स्वीकार की है.