लखनऊ: उत्तर प्रदेश के श्रम कल्याण राज्यमंत्री सुनील भराला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने लॉकडाउन की वजह से श्रमिकों को रही परेशानी, उनके रोजगार की चिंता और चीन की कंपनियों को उत्तर प्रदेश में लाने की पहल करने सहित कई मुद्दों पर बात की.
देश में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है कि चीन में जो कंपनियां हैं, उन्हें भारत में खासकर उत्तर प्रदेश में लाया जा सके. प्रदेश में उद्योगों के लिए माहौल बनाया जा रहा है. ताकि अगर उद्योग चीन से हटें तो वे यूपी में स्थापित हो सकें. इस पर ईटीवी भारत से बात करते हुए श्रम कल्याण राज्यमंत्री सुनील भराला ने कहा कि चीन से उद्योग अगर हटेंगे तो वे कहां जाएंगे. उद्योगपति कहीं तो अपना उद्योग लगाएगा. उसके लिए भारत स्वागत करता है.
श्रम कल्याण राज्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दूरदृष्टि रखते हैं. उन्होंने उस आभास को भांपते हुए सबसे पहले देश के अंदर यह निर्णय लिया कि श्रम कानून को तीन वर्ष के निष्क्रिय किया ताकि वे उद्योग यूपी में ही आ सकें. सरकार उनको जमीन उपलब्ध कराएगी, उनको बिजली देगी और उनको सड़क देगी. साथ ही सरकार ने श्रम कानून में लचीलापन लाया है. उद्योग कानूनों में भी लचीला पन लाया गया है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों को रोजगार तभी मिलेगा, जब उद्योग स्थापित होंगे. उद्योग और श्रमिक में चोली-दामन का साथ है.
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उन्होने कहा कि मैं विपक्षियों से कहना चाहता हूं कि वह इसका दुष्प्रचार न करके उसका अच्छा प्रचार करें और श्रमिकों की चिंता करें. श्रमिकों की चिंता करने वाली सरकार योगी आदित्यनाथ की सरकार है. किसी को भूखा नहीं रहना दिया जाएगा. बेरोजगार नहीं रहने दिया जाएगा.