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लखनऊ के KGMU में इलाज के लिए हाथ जोड़ता रहा मरीज; वेंटिलेटर नहीं मिलने से मौत, डिप्टी CM ने सख्त कार्रवाई के दिए आदेश - DEATH IN KGMU

केजीएमयू प्रशासन ने कहा- इलाज के किए गए सभी प्रयास, दुर्भाग्य से नहीं बचाई जा सकी जान. डिप्टी सीएम ने सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश

केजीएमयू में मरीज की मौत.
केजीएमयू में मरीज की मौत. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 26, 2024, 11:24 AM IST

Updated : Nov 26, 2024, 9:50 PM IST

लखनऊ : किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में गंभीर हृदय रोग से पीड़ित मरीज इलाज के लिए हाथ जोड़ता रहा. आरोप है कि मरीज को उचित इलाज नहीं मिला, जिससे बाद में उसकी मौत हो गई. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इस घटना पर केजीएमयू की तरफ से बयान आया है कि हार्ट फेलियर व सांस लेने में तकलीफ की वजह से डॉक्टरों ने वेंटीलेटर की जरूरत बताई थी. दुर्भाग्य से लारी कॉर्डियोलॉजी के सभी आईसीयू-वेंटीलेटर बेड फुल थे. डॉक्टरों ने सभी जरूरी प्रयास किए, लेकिन मरीज की जान नहीं बचाई जा सकी. वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए केजीएमयू वीसी को जांच कर दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

मरीज का नाम अबरार बताया जा रहा है. वायरल वीडियो वीडियो किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लॉरी कॉर्डियोलॉजी का बताया जा रहा है. जिसमें मरीज बेड पर भर्ती है और इलाज के लिए हाथ जोड़ रहा है, लेकिन वहां मौजूद चिकित्सक और अन्य स्टाफ उन पर कोई ध्यान नहीं देते. इसी बीच मरीज के परिजन इसका वीडियो बना लेते हैं. वीडियो में परिजन कहते हैं कि खून बह रहा है, कोई देखने वाला नहीं है. युवक बोल ही रहा था कि वार्ड में मौजूद एक महिला कर्मचारी उस पर चिल्लाने लगती है. बाद में मरीज की मौत हो जाती है.

इस घटना पर केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया है कि 60 वर्षीय बुजुर्ग मरीज को दिल की गंभीर बीमारी थी. 2018 में कोरोनरी आर्टरी डिजीज की पुष्टि हुई थी. उसके बाद मरीज ने एंजियोप्लास्टी कराई थी. एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर जांच के लिए बुलाया था. लेकिन, मरीज ओपीडी में फॉलोअप के लिए नहीं आया.

तबीयत बिगड़ने पर मरीज को हार्ट फेलियर की गंभीर अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया. जहां डॉक्टरों ने तुरंत भर्ती कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा. जरूरी जांच कराई गई. मरीज की हालत गंभीर थी. डॉक्टरों ने वेंटीलेटर की जरूरत बताई. दुर्भाग्य से लारी कॉर्डियोलॉजी के सभी आईसीयू-वेंटीलेटर बेड फुल थे. मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम जुट गई, जरूरी दवाएं दी गईं. ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया. मरीज को तुरंत संजय गांधी पीजीआई व डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाने की सलाह दी गई, रेफरेंस लेटर भी दिया गया. केजीएमयू से एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई गई थी. सारे प्रयास के बावजूद मरीज को बचाया नहीं जा सका.

केजीएमयू को कार्रवाई करने के आदेशः ब्रजेश पाठक ने X पोस्ट पर लिखा है कि केजीएमयू लखनऊ के लॉरी कार्डियोलॉजी में मरीज को वेंटिलेटर न मिलने के कारण उसकी मृत्यु होने संबंधी सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत वीसी को पूरे प्रकरण की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई करते हुए 4 दिन में रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने हेतु आदेश दिये गये हैं.

यह भी पढ़ें : लखनऊ के निजी अस्पतालों को राहत, अब एक वर्ष के बजाय 5 साल के लिए मिलेगा लाइसेंस

लखनऊ : किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में गंभीर हृदय रोग से पीड़ित मरीज इलाज के लिए हाथ जोड़ता रहा. आरोप है कि मरीज को उचित इलाज नहीं मिला, जिससे बाद में उसकी मौत हो गई. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इस घटना पर केजीएमयू की तरफ से बयान आया है कि हार्ट फेलियर व सांस लेने में तकलीफ की वजह से डॉक्टरों ने वेंटीलेटर की जरूरत बताई थी. दुर्भाग्य से लारी कॉर्डियोलॉजी के सभी आईसीयू-वेंटीलेटर बेड फुल थे. डॉक्टरों ने सभी जरूरी प्रयास किए, लेकिन मरीज की जान नहीं बचाई जा सकी. वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए केजीएमयू वीसी को जांच कर दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

मरीज का नाम अबरार बताया जा रहा है. वायरल वीडियो वीडियो किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लॉरी कॉर्डियोलॉजी का बताया जा रहा है. जिसमें मरीज बेड पर भर्ती है और इलाज के लिए हाथ जोड़ रहा है, लेकिन वहां मौजूद चिकित्सक और अन्य स्टाफ उन पर कोई ध्यान नहीं देते. इसी बीच मरीज के परिजन इसका वीडियो बना लेते हैं. वीडियो में परिजन कहते हैं कि खून बह रहा है, कोई देखने वाला नहीं है. युवक बोल ही रहा था कि वार्ड में मौजूद एक महिला कर्मचारी उस पर चिल्लाने लगती है. बाद में मरीज की मौत हो जाती है.

इस घटना पर केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया है कि 60 वर्षीय बुजुर्ग मरीज को दिल की गंभीर बीमारी थी. 2018 में कोरोनरी आर्टरी डिजीज की पुष्टि हुई थी. उसके बाद मरीज ने एंजियोप्लास्टी कराई थी. एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर जांच के लिए बुलाया था. लेकिन, मरीज ओपीडी में फॉलोअप के लिए नहीं आया.

तबीयत बिगड़ने पर मरीज को हार्ट फेलियर की गंभीर अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया. जहां डॉक्टरों ने तुरंत भर्ती कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा. जरूरी जांच कराई गई. मरीज की हालत गंभीर थी. डॉक्टरों ने वेंटीलेटर की जरूरत बताई. दुर्भाग्य से लारी कॉर्डियोलॉजी के सभी आईसीयू-वेंटीलेटर बेड फुल थे. मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम जुट गई, जरूरी दवाएं दी गईं. ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया. मरीज को तुरंत संजय गांधी पीजीआई व डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाने की सलाह दी गई, रेफरेंस लेटर भी दिया गया. केजीएमयू से एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई गई थी. सारे प्रयास के बावजूद मरीज को बचाया नहीं जा सका.

केजीएमयू को कार्रवाई करने के आदेशः ब्रजेश पाठक ने X पोस्ट पर लिखा है कि केजीएमयू लखनऊ के लॉरी कार्डियोलॉजी में मरीज को वेंटिलेटर न मिलने के कारण उसकी मृत्यु होने संबंधी सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत वीसी को पूरे प्रकरण की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई करते हुए 4 दिन में रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने हेतु आदेश दिये गये हैं.

यह भी पढ़ें : लखनऊ के निजी अस्पतालों को राहत, अब एक वर्ष के बजाय 5 साल के लिए मिलेगा लाइसेंस

Last Updated : Nov 26, 2024, 9:50 PM IST
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